वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एनपीए और राफेल के मुद्दे को लेकर फेसबुक पर पोस्ट लिखी और कहा राहुल दोनों मामलों में झूठ बोल रहे हैं।
राफेल और एनपीए के मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार हमला बोल रहे हैं। वहीं, भाजपा भी इस मामले में पीछे हटती दिखाई नहीं दे रही है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को एक बार फिर से फेसबुक पर पोस्ट लिखी। उन्होंने लिखा कि राफेल के मुद्दे पर कांग्रेस झूठ फैलाने में लगी है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक ही नीति पर काम कर रहे हैं कि एक झूठ को लगातार दोहराया जाए ताकि लोगों को सच लगने लगे। जेटली ने कहा कि हालांकि, इससे राहुल गांधी और मुद्दा विहीन कांग्रेस को भाषणों और बयानों के लिए खुराक जरूर मिलती है।
अरुण जेटली ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में जो लोग झूठ का सहारा लेते हैं, उन्हें कभी नेता नहीं माना जा सकता। जेटली ने कहा कि बहुत से ऐसे लोग हैं, जो झूठ बोलते पकड़े गए और लोगों ने उन्हें सार्वजनिक जीवन से बाहर कर दिया। जेटली ने लिखा, हालांकि ये नियम कांग्रेस जैसी परिवारवादी पार्टी पर लागू नहीं होता।
अरुण जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के बारे में राफेल का मुद्दा अगर पहला बड़ा झूठ है तो 15 उद्योगपतियों के ढ़ाई लाख करोड़ रुपये माफ करना दूसरा बड़ा झूठ है। उन्होंने कहा कि दोनों मामलों में राहुल गांधी का एक-एक शब्द झूठ से भरा है।
जेटली ने कहा कि पहली बात तो ये कि बैंकों ने ये पैसा साल 2014 से पहले दिया था। दूसरी बात ये कि यूपीए सरकार ने डिफॉल्टर्स को लगातार लोन देना जारी रखा। आज यूपीए के नेता कहते हैं कि जब वे सत्ता से बाहर हुए तो 2.5 लाख करोड़ का एनपीए था।
जबकि सच ये है कि असली आंकड़ा यूपीए ने सत्ता में रहते हुए छुपाए रखा। जेटली ने कहा कि मोदी सरकार सत्ता में आई और सही से समीक्षा करवाई तो कुल 8.96 लाख करोड़ रुपये का एनपीए निकला।
जेटली ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस एनपीए की रिकवरी के लिए कोई प्रभावशाली कदम भी नहीं उठाया। साथ ही जेटली ने ये भी कहा कि मोदी सरकार में एनपीए का आंकड़ा लोन देने के कारण नहीं बल्कि पहले से दिए लोन पर ब्याज की वजह से बढ़ा।