आजादी के 72वे दिवस पर मिल्खा सिंह ने दिया युवाओं को खास...

आजादी के 72वे दिवस पर मिल्खा सिंह ने दिया युवाओं को खास संदेश

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आज पुरे भारत देश में 72 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। इस दौरान भारत के मशहूर एथलीट और फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह ने अपनी ओर से देश के युवाओं को एक खास संदेश दिया है। इस दौरान वह काफी भावुक हो गए।

उन्होंने कहा कि आजादी के लिए भारत देश के कई वीर योद्धाओं को अपनी कुर्बानी देनी पड़ी सभी लोगों को मेरी ओर से पूरी इज्जत के साथ सलाम जिनकी वजह से हम आजाद हिंदुस्तान में खड़े होकर चैन की सांस ले रहे हैं। शहीद-ए-आजम भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु,ऊधम सिंह चंद्रशेखर आजाद जैसे ना जाने कितने क्रांतिकारियों ने भारत देश की आजादी के लिए अपनी जान को कुर्बान कर दिया।

मैंने भी अपने देश को गुलामी से आजाद होते हुए देखा है। मैं विदेश में रहने वाले उन सभी भारतीयों को यह खास संदेश देना चाहता हूं कि वह पहले अपने देश के बारे में सोचें उन्हें इस बात का एहसास होना चाहिए कि उनके पूर्वजों ने किस मुश्किलों से भारत को अंग्रेजों से आजाद कराया था।

उन्होंने आगे बोलते हुए यह भी कहा कि आजकल की पीढ़ी भारत देश को आजाद करने वालों को भूलती जा रही है। मेरा अभिभावकों से विनम्र अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को देश के वीरों की गाथा सुनाओ ताकि नौजवानों में देशभक्ति की भावना पूर्ण रूप से बरकरार रहे।

उन्होंने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 1948 में इंग्लैंड को उसी के घर में हराकर मेरे पिता बलबीर सिंह सीनियर ने तिरंगा लहराया था। मेरे पिता भी क्रांतिकारी थे। मैं हमेशा उन से देश को आजाद कराने की बातें सुनता था। वह हमेशा कहते थे कि एक दिन देश को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कराना है।

जब तक देश आजाद नहीं होगा, तब तक वह चैन से नहीं बैठेंगे। इन बातों को सुनकर ही मैं बड़ा हुआ हूं। यही वजह है कि मैं 94 वर्ष की उम्र के होने के बावजूद मेरे जेहन में हमेशा भारत का तिरंगा लहराता रहता है। ठीक उसी तरह से जैसे आजादी के बाद 1948 में इंग्लैंड को उसी के घर में हराकर वहां पर उन्होंने तिरंगा लहराया था।

उन्होंने इस बारे में आगे जानकारी देते हुए कहा की बात 1948 की है जब पहली बार भारत ने ओलंपिक में हिस्सा लिया था और इंग्लैंड को उसी के घर में जमकर पीटा था। मैं भी उस टीम का हिस्सा था। आज भी जब वह जीत को याद करता हूं तो सीना फक्र से चौड़ा हो जाता है। मेरी नजर में आजादी का मतलब है वतन में खुशहाली राष्ट्रगान और तिरंगे का सम्मान और देश सेवा का दिल से लोगों के प्रति जज्बा।