विपक्षी दलों के साथ मिलकर कांग्रेस ने सरकार को घेरने की बनाई साझा रणनीति।
विपक्ष की बैठक में एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री की होने वाली बैठक में रुख पर विचार हुआ वहीं बिहार में बच्चों की मौत को प्रमुखता से उठाने को लेकर चर्चा हुई है।
संसद के चालू सत्र में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को विपक्षी दलों के साथ मिलकर साझा रणनीति बनाई। एक तरफ जहां बुधवार को एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री की होने वाली बैठक में रुख पर विचार हुआ वहीं बिहार में बच्चों की मौत सहित जनता से जुड़े दूसरे मुद्दों को प्रमुखता से उठाने को लेकर चर्चा हुई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बुधवार को होने जा रही बैठक में भाग नहीं लेंगी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री एवं टीआरएस अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव की जगह उनके बेटे केटी रामा राव भाग लेंगे।
यूपीए अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुआई में विपक्षी दलों के साथ हुई इस बैठक में लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी, एससीपी नेता सुप्रिया सुले, नेशनल कांफ्रेस के नेता फारूक अब्दुल्ला, भाकपा नेता डी.राजा, द्रमुक नेता कनीमोरी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहीं।
इससे पहले सोनिया गांधी के आवास पर प्रधानमंत्री की ओर से 19 जून को एक राष्ट्र-एक चुनाव के मुद्दे पर बुलाई गई बैठक को लेकर भी चर्चा हुई।
हालांकि पार्टी ने अभी इसे लेकर अपना रुख रूख सार्वजनिक नहीं किया है लेकिन सूत्रों की मानी जाए तो अधिकतर विपक्षी दलों की ओर से इसे अव्यावहारिक बताते हुए इसका विरोध किया जाएगा।
पहले भी कांग्रेस समेत कई दल इसका विरोध कर चुके हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री की ओर से बुलाई गई बैठक में भाग नहीं लेने की जानकारी दी है।
उधर टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव भी बुधवार की बैठक में भाग नहीं लेंगे। उन्होंने अपनी जगह बेटे और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव को भेजने का फैसला लिया है।