गडकरी ने कहा कि हाल में जब वह कुंभ स्नान के लिए गए थे तो लोगों ने उनसे कहा कि 50 साल में पहली बार गंगा का जल इतना निर्मल और अविरल मिला है।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने साफ कर दिया है कि प्रधानमंत्री पद की दौड़ में वह नहीं हैं। गडकरी ने कहा है कि पीएम प्रत्याशी बनने की न तो उनकी इच्छा है और न ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की उन्हें पीएम प्रत्याशी घोषित करने की कोई योजना है।
गडकरी ने यह बयान ऐसे समय में दिया है, जबकि यह अटकलें लगाई जा रही है कि अगर आगामी चुनाव में राजग को पूर्ण बहुमत नहीं मिला तो वह भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी हो सकते हैं।
पीटीआइ के साथ खास बातचीत में गडकरी ने कहा, ‘मैंने कभी कोई जोड़-घटाव नहीं किया है, कभी लक्ष्य निर्धारित नहीं किया-न तो राजनीति में और न ही कार्य में।
मैं तो रास्ता जिधर जाता है उस पर चलता जाता हूं। जो काम मिला करता गया। देश के लिए श्रेष्ठ करने में यकीन रखता हूं।’ उनके लिए राष्ट्र सर्वोपरि है।’
गडकरी ने कहा कि वह और उनकी पार्टी ‘मजबूती के साथ मोदी जी के साथ खड़ी है, जो बहुत ही बढि़या काम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम लोगों ने जो काम किया है, उन्हें लगता है मोदी जी के नेतृत्व में पिछली बार से ज्यादा सीटें मिलेंगी।’
गडकरी ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में केंद्र की तरफ से बहुत काम किया गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में ही 15 लाख करोड़ से ज्यादा का काम हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना समेत आम लोगों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार की तरफ से चलाई गई योजनाओं का भी उल्लेख किया।
गडकरी के पास गंगा संरक्षण मंत्रालय का भी प्रभार है। गंगा की स्वच्छता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हाल में जब वह ‘कुंभ स्नान’ के लिए गए थे तो लोगों ने उनसे कहा कि 50 साल में पहली बार गंगा का जल इतना ‘निर्मल और अविरल’ मिला है।