शुक्रवार को 30 लोगों की मौत के साथ ही केरल में बारिश व बाढ़ जनित घटनाओं की वजह से मरने वालों की संख्या अब तक 324 हो गई है।
केरल में मौसम का जानलेवा रुख बना हुआ है। अकेले गुरुवार को ही वर्षा जनित घटनाओं में 106 लोगों की जान चली गई। शुक्रवार को संकट और गहरा गया। अस्पतालों में आक्सीजन की कमी हो गई है और पेट्रोल पंपों में ईधन नहीं है।
सदी के भीषण संकट का सामना कर रहे राज्य में बाढ़ से अभी तक 324 मौतें हो चुकी हैं। हजारों एकड़ में फसलें तबाह हो चुकी हैं। राज्य के बुनियादी ढांचा को भी भारी तबाही का सामना करना पड़ रहा है।
शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल पहुंच गए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के साथ ही सैनिकों ने फंसे लोगों को बचाने के लिए शुक्रवार सुबह से बचाव अभियान तेज कर दिया। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण सड़क जाम हो रहे हैं। कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं।
महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गो को सेना के हेलीकॉप्टरों से निकाला जा रहा है। अलुवा, कालाडी, पेरुंबवूर, मुवाट्टुपुझा एवं चालाकुडी में फंसे लोगों को निकालने में स्थानीय मछुआरे भी अपनी-अपनी नौकाओं के साथ शामिल हुए।
ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन से प्रवासी टीवी चैनलों के माध्यम से अपने प्रियजनों की मदद की गुहार लगा रहे हैं। एक महिला ने अपने छह साल के बच्चे के साथ वाट्सएप संदेश से मदद की गुहार लगाई है। प्रधानमंत्री के निर्देश पर रक्षा मंत्रालय ने राहत एवं बचाव के लिए सेना के तीनों अंगों की नई टीम भेजी है।
राज्य में करीब सवा दो लाख बेघर एवं विस्थापित लोगों ने राहत शिविरों में शरण ले रखी है। एनडीआरएफ की 51 टीमें केरल भेजी गई हैं।
रनवे पर भी पानी भर जाने से कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर परिचालन बंद कर दिया गया है। 25 से अधिक ट्रेनों को रद कर दिया गया है और कुछ के समय में परिवर्तन किया गया है। दक्षिण रेलवे ने शुक्रवार को तीन विशेष ट्रेनों से प्रभावित इलाकों के लिए पेयजल भेजा है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 100 मीट्रिक टन तैयार खाने के पैकेट बाढ़ प्रभावित इलाकों को भेजा है। बीमा नियामक इरडाइ ने सभी बीमा कंपनियों को दावों का तुरंत भुगतान करने के लिए विशेष शिविर लगाने को कहा है। केरल की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने शुक्रवार को भी बैठक की।
बाढ़ प्रभावित केरल के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा घोषित 5 करोड़ रुपये की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से और अन्य 5 करोड़ रुपये भोजन और जरूरी सामानों के रूप में भेजा जाएगा।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात कर केरल के हालत की जानकारी ली। केजरीवाल ने केरल को 10 करोड़ देने को कहा है।
इसके साथ ही लोगों से अपील की है कि अधिक से अधिक राशि सहयोग करें। वहीं बाढ़ से प्रभावित केरल को सहायता के रूप में तेलंगाना 25 करोड़ रुपए देगा।
कर्नाटक में भी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। लगातार भारी बारिश के चलते यहां के जनजीवन अस्त–व्यस्त हो गया है। गुरुवार सुबह बारिश के कारण कलबुर्गी जिले के हिथल शिरूर गांव में एक मकान धराशायी हो गया।
घटना में परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई और एक घायल हो गया है। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने पांच जिलों के आयुक्तों को हाई अलर्ट जारी करने का आदेश दे दिया और दक्षिण कन्नडा, हासन, चिक्का, चिकमंगलूर, कोडागू और शिवमोग्गा के जिला प्रभारी मंत्रियों को स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा।