भीमा-कोरेगांव मामले में नक्सलियों से संपर्क रखने व पीएम मोदी का हत्या की साजिश के आरोप में वरवर राव को महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 29 अगस्त से ही वरवर राव को हैदराबाद में उनके घर पर नजरबंद कर रखा गया था।
दरअसल, शुक्रवार को हैदराबाद हाई कोर्ट ने वरवर राव की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है। हैदराबाद से गिरफ्तार हुए वरवर राव को महाराष्ट्र पुलिस पुणे ले गई है।
बता दें कि तेलुगु कवि और सामाजिक कार्यकर्ता वरवर राव का नाम उन पांच लोगों की लिस्ट में शामिल है, जिनपर नक्सलियों के साथ संबंध रखने और भीमा कोरेगांव हिंसा में शामिल होने के आरोप लगे हैं।
इस साल अगस्त में भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुणे पुलिस की अगुआई में देशभर में छापेमारी हुई थी। इस दौरान वरवर राव को भी गिरफ्तार किया गया था और हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाने के बाद उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया।
इस साल जनवरी में महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा मामले में पांच सामाजिक कार्यकर्ताओं (नक्सली समर्थक) को गिरफ्तार किया गया था। जिनमें से एक वरवर राव भी थे।
इनके अलावा सुधा भारद्वाज, गौतम नवलखा, वरनॉन गोंज़ाल्विस और अरुण फरेरा को देश के अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किया गया था।
इस साल के शुरुआत में पुणे पुलिस ने नक्सल नेता द्वारा लिखे एक पत्र जब्त किया था। इस पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के बार में भी लिखा था।
पत्र में देश में विभिन्न नक्सल गतिविधियों के लिए प्रतिष्ठित तेलुगू कवि वरवर राव के कथित ‘मार्गदर्शन’ के लिए उनकी तारीफ की गई थी।
वरवर राव जाने-माने तेलुगु कवि और लेखक हैं। वे 1957 से कविताएं लिख रहे हैं।
वरवर, वीरासम (क्रांतिकारी लेखक संगठन) के संस्थापक सदस्य थे।
उन्हें नक्सलियों का समर्थक माना जाता है। अलग-अलग मामलों में वे कई बार जेल जा चुके हैं।