पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट को नाबालिग के नाम पर भी खोला जा सकता है। इंडिया पोस्ट अपनी डाक सेवा के अलावा डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट के अंतर्गत तमाम बैंकिंग एवं रेमिटेंस सर्विस उपलब्ध करवाता है।
पोस्ट ऑफिस की ओर से उपलब्ध करवाई जाने वाली 9 छोटी बचत योजनाओं में से पोस्ट ऑफिस के रेगुलर सेविंग अकाउंट में जमा पर 4 फीसद की दर से ब्याज दिया जाता है। यह जानकारी इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट indiapost.gov.in पर उपलब्ध है।
वहीं इस खाते में जमा पर मिलने वाला 10,000 रुपये तक का सालाना ब्याज भी टैक्स फ्री होता है। एक पोस्ट ऑफिस में सिर्फ एक ही सेविंग अकाउंट खोला जा सकता है। हालांकि इस खाते को एक डाकघर से दूसरे डाकघर में ट्रांसफर करवाया जा सकता है।
यह जानकारी भी इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। इंडिया पोस्ट देशभर में 1.5 लाख डाकघरों (पोस्ट ऑफिसेज) का संचालन करता है।
पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट से जुड़ी खास बातें:
पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट को सिर्फ नकदी के माध्यम से खुलवाया जा सकता है। इस खाते को खुलवाने के लिए आपको सिर्फ 20 रुपये खर्च करने होंगे।
इस खाते में चेक की सुविधा तब दी जाती है जब आप 500 रुपये के साथ खाते को खुलवाते हैं। इसके लिए खाते में न्यूनतम 500 रुपये मैंटेन करने की जरूरत होती है।
वहीं बिना चेक सुविधा वाले खाते को एक्टिव रखने के लिए न्यूनतम 50 रुपये का बैलेंस रखना अनिवार्य है।
पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट को नाबालिग के नाम पर भी खोला जा सकता है। वहीं 10 वर्ष से अधिक उम्र का नाबालिग खाते को खोल सकता है और उसका संचालन कर सकता है। बालिग होने पर उसे उस खाते को अपने नाम पर ट्रांसफर करवाना होता है।
इंडिया पोस्ट के मुताबिक सेविंग अकाउंट को साझेदारी में दो या तीन लोग (वयस्क) खुलवा सकते हैं।
खाते को एक्टिव रखने के लिए तीन वित्त वर्षों के दौरान कम से कम एक जमा या निकासी जरूरी है।
एक सिंगल पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट को ज्वाइंट अकाउंट में और ज्वाइंट अकाउंट को सिंगल अकाउंट में बदलवाया जा सकता है।
खाते को खुलवाते समय और खुलवाने के बाद नॉमिनेशन की सुविधा मिलती है।
पोस्ट ऑफिस के कोर बैंकिंग सेवा के जरिए इलेक्ट्रॉनिक मोड में नकद निकासी या जमा की सुविधा मिलती है।