गुर्जर आंदोलन हुआ और भी उग्र, हुआ आगजनी,फायरिंग और पथराव, पुलिस के...

गुर्जर आंदोलन हुआ और भी उग्र, हुआ आगजनी,फायरिंग और पथराव, पुलिस के वाहन जलाए।

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राजस्थान के धौलपुर हाइवे पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद लोगों ने जाम लगा दिया और वाहनों में आग लगा दी।

पांच फीसद आरक्षण की मांग को लेकर राजस्थान में गुर्जरों का आंदोलन तीसरे दिन रविवार को हिंसक हो गया। धौलपुर में महापंचायत के बाद गुर्जर प्रदर्शनकारियों ने एनएच-3 पर मचकुंड चौराहे पर जाम लगा दिया। जाम खुलवाने आए पुलिसकर्मियों पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया।

यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के तीन वाहनों को आग के हवाले करते हुए हवाई फायरिंग कर दी। आग के हवाले किए गए वाहनों में एक गाड़ी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की भी थी।

हिंसक प्रदर्शनकारियों की भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने पहले तो आंसू गैस के गोले छोड़े और फिर हवा में फायरिंग की। इस दौरान आधा दर्जन पुलिसकर्मी और कुछ आंदोलनकारी घायल हो गए। करीब डेढ़ घंटे तक हाइवे जाम रहा। हालांकि, पुलिस ने बाद में जाम खुलवाकर वाहनों की आवाजाही शुरू कराई।

पुलिस ने क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना है कि अब शांति बहाल हो गई है। वाहनों का आवागमन भी हो रहा है। वहीं, बूंदी जिले के नैनवा में गुर्जरों ने महापंचायत करने के बाद हाइवे पर जाम लगा दिया।

यहां गुर्जर समाज के युवक हाइवे पर राजस्थानी लोकगीतों पर नृत्य करने के साथ ही सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल करोड़ी सिंह बैंसला और प्रवक्ता शैलेन्द्र सिंह ने दैनिक जागरण को बताया कि सोमवार से आंदोलन पूरे प्रदेश में फैलेगा। अब जो भी होगा उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली से लौटने के बाद रविवार शाम मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे घटनाक्रम पर चर्चा की। बैठक में यह तय किया गया कि सरकार एक बार फिर गुर्जर नेताओं के समक्ष वार्ता का प्रस्ताव भेजेगी। इससे पहले शनिवार को कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह गुर्जर नेताओं से मिलने गए थे ।

दौसा जिले के गुर्जरों ने रविवार को महापंचायत कर सोमवार को सुबह 11 बजे सिकंदरा चौराहे पर नेशनल हाइवे-21 जाम करने की घोषणा की है। महापंचायत के दौरान उग्र युवक रविवार से ही जाम लगाना चाहते थे।

लेकिन समाज के वरिष्ठ लोगों ने बंसत पंचमी पर काफी संख्या में होने वाले शादी-विवाह को देखते हुए सोमवार से आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया। गुर्जरों ने मंगलवार से दौसा जिले के अरनिया में जयपुर-दिल्ली रेलवे ट्रैक जाम करने की चेतावनी दी है।

आंदोलन के चलते रविवार को 20 ट्रेनें प्रभावित हुई। इनमें से कुछ को रद किया गया तो कुछ का मार्ग बदला गया। वहीं गुर्जर बहुल इलाकों में अघोषित रूप से रोडवेज और निजी बसों का आवागमन बंद हो गया है।

इस कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। रेलवे सूत्रों के अनुसार, आंदोलन के कारण करीब 17 हजार लोगों ने अपना टिकट रद कराया है।

आरक्षण की मांग को लेकर पिछले तीन दिन से सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर महापड़ाव डाले बैठे गुर्जर अब ‘टॉक ऑन ट्रैक’ पर अड़ गए हैं।

रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमाए बैठे आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी ¨सह बैंसला और प्रवक्ता शैलेन्द्र ¨सह का कहना है कि अब बातचीत रेल ट्रैक पर ही होगी। गुर्जर समाज अपनी मांग पूरी होने के बाद ही यहां से वापस जाएगा।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार की मंशा हो तो उन्हें तत्काल आरक्षण मिल सकता है। ट्रेन प्रभावित होने और धौलपुर की घटना पर अफसोस जताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलन को हल्के में नहीं ले।

आंदोलन के चलते सरकार ने रविवार को होने वाली कृषि पर्यवेक्षक और महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सीधी भर्ती परीक्षा स्थगित कर दी। इन परीक्षाओं में 1.19 लाख परीक्षार्थी बैठने वाले थे। परीक्षा के लिए जयपुर, कोटा और अजमेर में सेंटर बनाए गए थे।