जानकारी काम की (Part – 14) : निरोगी रहने के लिए

जानकारी काम की (Part – 14) : निरोगी रहने के लिए

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जानकारी काम की (Part – 14) : निरोगी रहने के लिए

◆दूध और नमक का संयोग किसी भी स्किन डीजीज को जन्म दे सकता है, बाल असमय सफ़ेद… होना या बाल झड़ना भी स्किन डीजीज ही है।
◆दही के साथ खरबूजा, पनीर, दूध और खीर नहीं खानी चाहिए।
◆ठंडे जल के साथ घी, तेल, खरबूज, अमरूद, ककड़ी, खीरा, जामुन,मूंगफली कभी नहीं।
◆शहद के साथ मूली, अंगूर, गरम खाद्य कभी नहीं।
◆खीर के साथ सत्तू, शराब, खटाई, खिचड़ी,कटहल कभी नहीं।
◆घी के साथ बराबर मात्र में शहद और चीनी भूल कर भी नहीं खाना चाहिए ये तुरंत जहर का काम करेगा।
◆तरबूज के साथ पुदीना या ठंडा पानी कभी नहीं।
◆चावल के साथ सिरका कभी नहीं।
◆चाय के साथ ककड़ी खीरा भी कभी मत खाएं।
◆खरबूज के साथ दूध, दही, लहसून और मूली कभी नहीं।

कुछ चीजों को एक साथ खाना अमृत का काम करता है जैसे:-
◆खरबूजे के साथ चीनी।
◆इमली के साथ गुड।
◆गाजर और मेथी का साग।
◆बथुआ और दही का रायता।
◆मकई के साथ मट्ठा।
◆अमरुद के साथ सौंफ।
◆तरबूज के साथ गुड।
◆मूली और मूली के पत्ते।
◆अनाज या दाल के साथ दूध या दही।
◆आम के साथ गाय का दूध।
◆चावल के साथ दही।
◆खजूर के साथ दूध।
◆चावल के साथ नारियल की गिरी।
◆केले के साथ इलायची।
◆कभी कभी कुछ चीजें बहुत पसंद होने के कारण, हम उसे बहुत ज्यादा खा लेते हैं।

जानिये अगर ज्यादा खा ली हैं तो, उसे कैसे पचाया जाएँ:-
◆केले की अधिकता में दो छोटी इलायची।
◆आम पचाने के लिए आधा चम्म्च सोंठ का चूर्ण और गुड।
◆जामुन ज्यादा खा लिया तो 3-4 चुटकी नमक।
◆सेब ज्यादा हो जाए तो दालचीनी का चूर्ण एक ग्राम।
◆खरबूज के लिए आधा कप चीनी का शरबत।
◆तरबूज के लिए सिर्फ एक लौंग।
◆अमरूद के लिए सौंफ।
◆नींबू के लिए नमक।
◆बेर के लिए सिरका।
◆गन्ना ज्यादा चूस लिया हो तो 3-4 बेर खा लीजिये।
◆चावल ज्यादा खा लिया है तो आधाचम्म्च अजवाइन पानी से निगल लीजिये।
◆बैगन के लिए सरसो का तेल एक चम्म्च।
◆मूली ज्यादा खा ली हो तो एक चम्म्च काला तिल चबा लीजिये।
◆बेसन ज्यादा खाया हो तो मूली के पत्ते चबाएं।
◆खाना ज्यादा खा लिया है तो थोड़ी दही खाइये।
◆मटर ज्यादा खाई हो तो अदरक चबाएं।
◆इमली – उड़द की दाल – मूंगफली – शकरकंद या जिमीकंद ज्यादा खा लीजिये तो फिर गुड खाइये।
◆मुंग या चने की दाल ज्यादा खालिये हों तो एक चम्म्च सिरका पी लीजिये।
◆मकई ज्यादा खा गये हो तो मट्ठा पीजिये।
◆घी या खीर ज्यादा खा गये हों तो काली मिर्च चबाएं।
◆पूरी कचौड़ी ज्यादा हो जाए तो गर्म पानी पीजिये।
◆अगर सम्भव हो तो भोजन के साथ,दो नींबू का रस आपको जरूर ले लेना चाहिए या पानी में मिला कर पीजिये या भोजन में निचोड़ लीजिये,
80% बीमारियों से बचे रहेंगे।

◆अब ये जानिये कि किस महीने में क्या नही खाना चाहिए और क्या जरूर खाना चाहिए।
◆चैत में गुड बिलकुल नहीं खाना,नीम की पत्ती /फल, फूल खूब चबाना।
◆बैसाख में नया तेल नहीं खाना,चावल खूब खाएं।
◆जेठ में दोपहर में चलना मना है, दोपहर में सोना जरुरी है।
◆आषाढ़ में पका बेल खाना मना है, घर की मरम्मत जरूरी है।
◆सावन में साग खाना मना है, हर्रे खाना जरूरी है।
◆भादो मे दही मत खाना, चना खाना जरुरी है।
◆कुवार में करेला मना है, गुड खाना जरुरी है।
◆कार्तिक में जमीन पर सोना मना है, मूली खाना जरूरी है।
◆अगहन में जीरा नहीं खाना, तेल खाना जरुरी है।
◆पूस में धनिया नहीं खाना, दूध पीना जरूरी है।
◆माघ में मिश्री मत खाना,खिचड़ी खाना जरुरी है।
◆फागुन में चना मत खाना, प्रातः स्नान और नाश्ता जरुरी है।