जानकारी काम की (Part 3) : गुणकारी ज्वार
ज्वार पोषक तत्वों का खज़ाना हैं। इसमें नियासिन, थियामिन, राइबोफ्लेविन जैसे विटामिनों के साथ साथ तांबा, लोहा, फोस्फोरस व पोटासियम भी पाया जाता हैं। ज्वार की तासीर ठंडी होती हैं। ज्वार की रोटी को गर्मी में छाछ या साग के साथ खाया जाए तो शरीर को ठंडक पहुंचाती हैं।
ज्वार में प्रोटीन और फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता हैं। दिन में एक बार इसका सेवन करने से हमें पूरे दिन का 87% फाइबर मिल जाता हैं। ज्वार का सेवन पाचन तंत्र को अच्छा कर भोजन को तेजी से पचाने में मदद करता है व पेट की समस्या जैसे ऐंठन,सूजन, कब्ज़,पेट में दर्द, अतिरिक्त गैस व दस्त से छुटकारा दिलाता हैं। भूंख को नियंत्रित करने व लम्बे समय तक भूंख नहीं लगने में मदद करता हैं। परिणाम स्वरूप वजन कम करने में मदद मिलती हैं।
ज्वार में उच्च मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है, जो शरीर में कैल्शियम के स्तर को ठीक से बनाए रखता है। यह हमारी हड्डियों का दांतों को मजबूत बनाए रखता है। इसका सेवन गठीया व ओस्टीयोपोरोसिस के खतरे को कम करता है। इसके अलावा इसमें कॉपर व आयरन भी होता हैं।
कॉपर सजारीर में लोहे के अवशोषण को बढ़ाने में मदद कर एनीमिया के विकास की संभावना को कम करता है। यह रक्त कोशिका के निर्माण में वृद्धि करते हैं व रक्त परिसंचरण को बढ़ाते हैं। ज्वार के चोकर में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कुछ अन्य प्रकार के भोजन में नहीं पाए जाते है।
मधुमेह के रोगी भी ज्वार को अपने आहार में शामिल भी कर सकते है, क्योंकि यह रक्त में सकरा की मात्रा को कम करता है। ज्वार का सेवन खराब कोलेस्ट्रोल को हटाने में मदद करता हैं तथा धमनियों को सख्त होने से रोक कर ह्र्दय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। यह विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का भी बहुत अच्छा स्त्रोत है, इसलिए ज्वार का पोष्टिक आटा अपने घर पर जरूर रखना चाहिए, ताकि इसका सेवन कर लाभ उठाया जा सके।