भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने रविवार को यहां कहा कि भारतीय रुपये में गिरावट हो रही है, क्योंकि देश में मौजूद मुद्रा काले धन के रूप में है।
स्वामी ने दक्षिण गोवा में एक जनसभा में कहा, “रुपये में गिरावट आने की समस्या का अमेरिका से कुछ लेना-देना नहीं है।
इसका कारण यह है कि बड़ी मात्रा में काला धन अब देश से बाहर जा रहा है। जब डॉलर के मुकाबले रुपए की अति आपूर्ति होगी तो, रुपए का अवमूल्यन तय है।”
उन्होंने कहा, “जबतक अमरीका विश्व का सबसे विकसित देश बना रहेगा, डॉलर वैश्विक अर्थव्यवस्था का अगुवा लगातार बना रहेगा।
जिस दिन इसका प्रभाव कम हो जाएगा, कोई और मुद्रा इसके स्थान पर आ जाएगी। इस समय डॉलर के सामने कोई चुनौती नहीं है।”
सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ही सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े कर चुके हैं। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर स्वामी का कहना है कि पेट्रोल की कीमत 40 रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
10 सितंबर को पेट्रोल डीजल के बढ़े दामों के खिलाफ कांग्रेस के भारत बंद पर टिप्पणी करते हुए स्वामी ने कहा कि सरकार पेट्रोल की कीमतें इतनी नहीं बढ़ानी चाहिए।
जिससे लोग विद्रोह पर उतर आएं। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री को पेट्रोलियम मंत्री से इस मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए।
विदेशी शेयर बाजार से मिलने वाले संकेत, डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल, कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश के प्रति रुझान का भी घरेलू शेयर बाजार पर असर देखने को मिलेगा। बैंक ऑफ जापान की मौद्रिक नीति की अंतिम बैठक मंगलवार को शुरू होने जा रही है।
पिछली बैठक में 19 सितंबर को बैंक ऑफ जापान अल्पकालिक ब्याज दर नकारात्मक 0.1 फीसदी पर स्थिर रखा था। आने वाले समय में रुपए की चाल पर असर पड़ेगा।