केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। नितिन गडकरी ने कहा कि बहुतायात मात्रा में तेल आयात करने के कारण भारत आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है।
दो स्थानीय टीवी चैनलों ने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के इस बयान का दावा किया है। टीवी चैनलों के मुताबिक नितिन गडकरी ने गुरुवार को मंत्रियों की एक बैठक से पहले डॉलर के कमजोर होते रुपये पर डिस्कसन के दौरान यह बात कही।
भारत तेल का तीसरा सबसे बड़ा आयात करने वाला देश है। भारत 80% तेल की जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशी बाजारों पर निर्भर करता है।
बता दें कि इस साल की शुरूआत से अब तक रुपये की कीमत में डॉलर के मुकाबले करीब 13 पर्सेंट की गिरावट आई है। शुक्रवार को शेयर बाजार खुलते ही धड़ाम हो गया।
कारोबार की शुरुआत के कुछ देर बात ही सेंसेक्स 600 से ज्यादा लुढ़क गया तो निफ्टी में भी 150 अंकों की गिरावट आई। पौने 12 बजे तो सेंसेक्स करीब 800 अंक तक लुढ़क गया। बुधवार को सेंसेक्स 550 अंक टूटकर बंद हुआ था।
कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और विदेशी निवेशकों की बिकवाली और रुपये के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर आने से बाजार में उथल पुथल मानी जा रही है।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों के बढ़ने की आशंका के चलते भी गिरावट का दौर माना जा रहा है।
डॉलर के मुकाबले रुपया भी अपने सर्वकालिक निचले स्तर 73।70 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। ऐसे में केंद्रीय मंत्री का आर्थिक संकट का बयान काफी अहम माना जा रहा है।