दिवाली और छठ पूजा में लोग अपने घर पहुंच सकें, इसके लिए दिल्ली से जाने वाली ट्रेनों में दो लाख अतिरिक्त सीटों की व्यवस्था की गई है। त्योहार पर घर जाने वाले यात्रियों के लिए अब तक 89 विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा कर दी गई है। अगले एक-दो दिनों में 15 और विशेष ट्रेनें घोषित हो जाएंगी।
इसके साथ ही नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं। आरक्षित के साथ ही अनारक्षित ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जनरल टिकट लेकर भी सफर कर सकें। दिवाली व छठ पर यात्रियों की भीड़ को संभालना रेल प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है। इसलिए रेल अधिकारी पहले से ही इसकी तैयारी में जुट जाते हैं।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेश चौबे का कहना है कि रेलवे स्टेशनों पर 2 नवंबर से 13 नवंबर तक ज्यादा भीड़ रहेगी। लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रेनें चलाने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, चिकित्सा सुविधा सहित अन्य सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
इन दिनों रेलवे स्टेशनों पर सबसे ज्यादा भीड़ उत्तर प्रदेश और बिहार के यात्रियों की होती है। इसलिए सबसे ज्यादा 78 विशेष ट्रेनें भी पूर्व दिशा के लिए चलाई जा रही हैं। इनमें से 28 ट्रेनें अनारक्षित हैं जिससे वे लोग भी आसानी से घर जा सकें जो किसी कारणवश आरक्षित टिकट लेने में असमर्थ हैं।
18 नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच भी लगाए जा रहे हैैं। 10 रेक रिजर्व रखे जाएंगे जिससे कि स्टेशन पर भीड़ बढ़ते ही अल्प घोषणा पर विशेष ट्रेन चलाई जा सके। लोगों को टिकट लेने में दिक्कत नहीं हो, इसके लिए अतिरिक्त टिकट काउंटर खोले जाएंगे।
बिहार के अलग-अलग प्रमुख शहरों के लिए अलग-अलग काउंटर होंगे, जिन पर वहां का किराया भी लिखा होगा। इससे यात्रियों को टिकट लेने के लिए ज्यादा समय तक कतार में नहीं खड़ा होना होगा। रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं।
स्टेशन की इमारत के बाहर शामियाना लगाकर अस्थायी प्रतीक्षालय बनाए जाएंगे, ट्रेन आने के समय पर ही लोगों को प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति होगी। अस्थायी प्रतीक्षालय में बिजली, पानी, शौचालय, सफाई व जनता खाना की पर्याप्त व्यवस्था होगी। एलईडी स्क्रीन लगाकर छठ के गीत भी प्रसारित किए जाएंगे। सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जाएगी।
इसके साथ ही भीड़ संभालने के लिए भारत स्काउट एंड गाइड एवं सिविल डिफेंस के प्रतिनिधि भी स्टेशन पर तैनात किए जाएंगे। पूरे परिसर की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी। भीड़ प्रबंधन में कोई चूक न हो, इसके लिए विशेष ड्यूटी अधिकारी की तैनाती की जाएगी।
राजकीय रेलवे पुलिस, दिल्ली पुलिस, यातायात पुलिस, बम निरोधक दस्ते और अग्निशमन विभाग से समन्वय बनाकर रखा जाएगा जिससे कि किसी भी अप्रिय स्थिति को टाला जा सके। प्लेटफॉर्म पर ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए तीन नवंबर से दिल्ली एनसीआर के बड़े रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री बंद कर दी जाएगी। भीड़ बढऩे पर एस्केलेटर भी बंद कर दिए जाएंगे।
वहीं, बुजुर्गों व बीमार लोगों को दिक्कत नहीं हो, इसके लिए अतिरिक्त गोल्फ कार्ट और व्हीलचेयर की व्यवस्था की जाएगी। प्रस्थान समय से 30 मिनट पहले ट्रेन प्लेटफॉर्म पर लगाई जाएगी जिससे कि उसमें सवार होने के लिए अफरातफरी की स्थिति नहीं हो। ट्रेनों के प्लेटफॉर्म भी नहीं बदले जाएंगे और यदि किसी कारणवश इसमें बदलाव करना पड़े तो इसकी उद्घोषणा पहले की जाएगी।