पढ़ाई के नाम पर हो रही है, मजदूरी जानिए पूरी खबर के...

पढ़ाई के नाम पर हो रही है, मजदूरी जानिए पूरी खबर के बारे में।

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ग्रामीण क्षेत्र के कई स्कूलों में छात्राओं से धान कटाने का मामला सामने आ रहा है। कुछ शिक्षक इसे एसयूपीडब्ल्यू (सोशली यूजफुल प्रोडक्टिव वर्क) विषय के तहत दी जा रही शिक्षा बता अपना पाला झाड़ रहे हैं। सोमवार को तमाड़ प्रखंड क्षेत्र के विजयगिरी स्थित संत इग्नोशिस हाइस्कूल की छात्राओं से फादर जॉन छुट्टी के बाद धान कटवा रहे थे।

उस समय विधायक विकास कुमार मुंडा बुढ़ाडीह गांव से वापस लौट रहे थे। कुबासाल के पास एक खेत में स्कूल की 14-15 छात्राओं को खेत में धान काटते देख विकास मुंडा ने अपने काफिले को रोकवाया ओर साथ बैठे तमाड़ अंचलाधिकारी राजेश कुमार को जानकारी लेने के लिए भेजा।

अचंलाधिकारी ने देेखा खेत मे हसुवा लिए स्कूल की छात्राएं धान काट रही हैं और स्कूल के फादर जॉन वहां खड़ा हो धान कटवा रहे हैं।

जब सीओ ने फादर व छात्राओं से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि स्कूल छुट्टी के बाद छात्राओं से धान कटवाया जाता है। विधायक के निर्देश पर सीओ ने छात्राओं को जाने को कहा और फादर जॉन को चेतावनी देते हुए कानूनी कार्रवाई करने की बाते कही।

विधायक ने कहा कि यह छात्राओं का शोषण है। मैं इस मामले को देखूंगा तथा दोषी फादर को बख्शा नहीं जाऐगा। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए हर सुविधा जुटाई जा रही है और यहां लोग छात्राओं का शोषण कर रहे हैं। ऐसे कार्य से छात्राओं को कोई लाभ नहीं यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है।

राजधानी रांची से 40 किमी दूर बेड़ो के दीघिया(कुदरखो) गांव में स्थित संत अन्ना बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं से स्कूल के शिक्षकों द्वारा समय-समय पर धान कटवाने की बात सामने आई है।

जैक से मान्यता प्राप्त यह स्कूल बेड़ो प्रखंड मुख्यालय से 6 किमी दूर है और यहां सातवीं से 10वीं तक की पढ़ाई होती है।

मामला उजागर होने के बाद स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका सिस्टर मेरी बागे ने बताया कि 24 नवंबर को कक्षा नवम की 50 छात्राओं को स्कूल में छुट्टी होने बाद दो किलोमीटर दूर कुदरखो नदी के समीप एक खेत में आधे घंटे के लिए एसयूपीडब्ल्यू विषय के तहत मजदूरों के साथ धान की फसल कटवाई गई थी। जबकि ग्रामीणों ने कहा कि वहां कोई मजदूर नहीं था।

मामले की जानकारी मिलने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक अंकित सोनी के नेतृत्व में एक टीम सोमवार को स्कूल पहुंच सिस्टर से बात की।

सिस्टर ने बताया कि प्रैक्टिकल करने के लिए छात्राओं से ऐसा करवाया जाता है। सोनी ने इसकी शिकायत बेड़ो के बीडीओ विजय कुमार से की।

शिकायत प्राप्त होने के बाद बेड़ो बीडीओ विजय कुमार ने प्रखंड कल्याण पदाधिकारी बीरेंद्र कुमार सिन्हा व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी हरेंद्र तिवारी को इसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।

विद्यार्थियों से धान कटाने का मामला सामने आने के बाद प्रशासन भी सख्त हो गया है। ‘धान कटवा रहे थे फादर, विधायक नाराज शीर्षक से प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाया।

खबर को गंभीरता से लेते हुए तमाड़ अंचलाधिकारी राजेश कुमार ने मंगलवार को ही लेबर इंस्पेक्टर को निर्देश दिया कि मामले की जांच कर फादर जान के ऊपर बाल मजदूरी अधिनियम के तहत कार्रवाई करें।

गौरतलब हो कि सोमवार को तमाड़ प्रखंड क्षेत्र के विजयगिरी स्थित संत इग्नोशिस हाइस्कूल की छात्राओं से फादर जॉन छुट्टी के बाद धान कटवा रहे थे। उस समय स्थानीय विधायक विकास कुमार मुंडा बूढ़ाडीह गांव से वापस लौट रहे थे।

कुबासाल के पास एक खेत में स्कूल की 14-15 छात्राओं को खेत में धान काटते देख विकास मुंडा ने अपने काफिले को रोकवाया और साथ बैठे तमाड़ अंचलाधिकारी राजेश कुमार को जानकारी लेने के लिए भेजा।

सीओ ने देेखा खेत मे हसुवा लिए स्कूल की छात्राएं धान काट रही थीं और स्कूल के फादर जॉन वहां खड़ा हो धान कटवा रहे हैं। जब सीओ ने फादर व छात्राओं से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि स्कूल छुट्टी के बाद छात्राओं से धान कटवाया जाता है।

विधायक के निर्देश पर सीओ ने छात्राओं को जाने को कहा और फादर जॉन को चेतावनी देते हुए कानूनी कार्रवाई करने की बाते कही। विधायक ने कहा था कि यह छात्राओं का शोषण है। मैं इस मामले को देखूंगा तथा दोषी फादर को बख्शा नहीं जाऐगा।

बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए हर सुविधा जुटाई जा रही है और यहां लोग छात्राओं का शोषण कर रहे हैं। ऐसे कार्य से छात्राओं को कोई लाभ नहीं यह छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।