प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता को दिखाया सरकार का रिपोर्ट कार्ड।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता को दिखाया सरकार का रिपोर्ट कार्ड।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देश का पहला अंतरदेशीय जल मार्ग राष्ट्र को समर्पित किया। इस अंतर्देशीय जलमार्ग टर्मिनल से बंगाल के हल्दिया से वाराणसी तक जलमार्ग संचालित किया जाएगा।

इसके बाद उन्होंने एयरपोर्ट से वाजिदपुर का रुख किया। इस दौरान जनता ने हर-हर महादेव के नारे के साथ पीएम नरेंद्र मोदी का अभिवादन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिंग रोड और लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट रोड का उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका बाद जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वाराणसी को जो तोहफा आज मिल रहा है, वह तो दशकों पहले मिल जाना चाहिए थे। जो आज हुआ है वो दशकों पहले होना चाहिए था। जो की नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि देश का प्रधानसेवक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी – देश का प्रधानसेवक होने और वाराणसी का सांसद होने के नाते मुझे आज दोहरी ख़ुशी है।

वाराणसी और देश, इस बात का गवाह बना है कि संकल्प लेकर जब कार्य समय पर सिद्ध किए जाते हैं, तो उसकी तस्वीर कितनी भव्य और कितनी गौरवमयी होती है।

पीएम मोदी ने कहा कि वाराणसी और देश, इस बात का गवाह बना है कि नेक्सट जनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर की अवधारणा तथा कैसे ट्रांसपोर्ट के तौर-तरीकों का कायाकल्प करने जा रही है।

कुछ देर पहले मैंने नदी मार्ग से पहुंचे देश के पहले कंटेनरवेसल का स्वागत किया। आज मैं प्रफल्लित हूं कि देश ने जो सपना देखा था वो आज साकार हुआ है।

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LIVE : PM Modi lays foundation stone of various development projects in Varanasi. #KashiKaKayakalp

उन्होंने कहा कि आज वाराणसी इस बात का भी गवाह है कि संकल्प लेकर जब कार्य समय पर सिद्ध किए जाते हैं तो तस्वीर भव्य और उज्जवल ही नहीं गौरवमय भी होती है। न्यू जनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ कायाकल्प भी हो रहा है।

प्रधान सेवक होने के साथ ही मेरे लिए दोहरी खुशी का मौका है। पवित्र भूमि से हर किसी का आध्यात्मिक संपर्क है। आज जल थल नभ तीनों को जोडने वाली नई ऊर्जा का संचार क्षेत्र में हुआ है।

नदी मार्ग से पहुंचे देश के पहले कंटेनर वेसेल का स्वागत किया। मल्टीमॉडल टर्मिनल का लोकार्पण किया। दशकों लग गए मगर प्रफुल्लित आनंदिन हूं जो आज काशी की धरती पर सपना साकार हुआ है। कंटेनर वेसेल चलने का मतलब पूर्वी भारत भी बंगाल की खाड़ी के साथ जुड़ गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यहां बाबतपुर हवाई अडडे से सड़क रिंग रोड और कनेक्टिविटी के साथ अन्य परियोजनाओं के साथ गंगा को प्रदूषण से रोकने वाली योजना का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है। यह बदलते बनारस की तस्वीर को और भव्य बनाएंगे।

आपको पूरे पूर्वांचल को बधाई देता हूं। पहला अवसर है जब नदी मार्ग को कारोबार के लिए इतने व्यापक स्तर पर इस्तेमाल करने को सक्षम हुए। चार साल पहले बनारस हल्दिया को जलमार्ग से जोडने का प्रयास शुरू किया तो नकारात्मक बाते हुईं। मजाक उडाया गया।

मगर जहाज के आने के साथ ही सबको जवाब मिल गया। यह पहला कंटेनर वेसेल माल ढुलाई नहीं न्यू इंडिया का जीता जागता सुबूत है। प्रतीक है जिसमें देश के संसाधनों और देश के सामथ्र्य पर भरोसा किया जाता है।

आज कंटेनर वेसेल औद्योगिक सामान लेकर आया है वह खाद लेकर जाएगा। यानि प्रदेश में बना सामान सीधे पूर्वी भारत के बंदरगाहों तक पहुंच पाएगा। वह दिन दूर नहीं जब यहां होने वाली सब्जियां व अन्य उत्पाद इसी जलमार्ग से जाया करेगी।

सोचिए यहां किसानों के लिए लाखों लोगों के लिए कितना बडा रास्ता खुल रहा है। कच्चा माल मंगाने और वैल्यू एडीशन कर बाहर भेजने में इसकी बडी भूमिका होगी।

पीएम मोदी ने कहा कि आपके उत्साह प्यार के लिए नौजवानों का आभारी हूं, 2019 में जरूरत पड़ेगी। बदलाव कैसे आने वाला है उसको बारीकी से समझाना चाह रहा हूं। रोरो सर्विस शुरू होगी तो लंबी दूरी तय करने के लिए नया विकल्प मिलेगी।

सीधे जहाज से दूसरे शहरों तक वाहन पहुंच जाएंगे। सामान सड़क से लाया जाता तो 16 ट्रक लगते। प्रति ट्रक साढे चार हजार रुपये बचेंगे। कुल मिलाकर जलमार्ग से समय और पैसा बचेगा। जलमार्ग से कितनी मदद होने वाली है। भीड और ईंधन से राहत मिलेगी।

प्रदूषण घटेगा। नदियों में जहाज चलते थे। मगर मार्ग मजबूत करने के बजाय उपेक्षा की गई। देश का नुकसान किया गया। आपसे प्रार्थना है बहुत लंबे समय से लोग इंतजार कर रहे थे। शांति बनाए रखोगे तो नई बात है काशी वासियों को यह जानना जरूरी है।

आप सोचिए सामथ्र्य नदियों की शक्ति के साथ सरकारों ने अन्याय किया। इसे समाप्त करने का काम हमारी सरकार कर रही है। आज देश में सौ से ज्यादा वाटरवे पर काम हो रहा है।

वाराणसी से हल्दिया के बीच पांच हजार करोड खर्च कर सुविधा विकसित हो रही है। पूर्वी भारत को बड़ा फायदा मिलेगा। सामान ढुलाई ही नहीं बल्कि पूर्वी भारत के राज्यों नहीं एशियाई देशों से भी जोडेगा।

समय के साथ टूरिज्म के लिए भी जाने जाएंगे। काशी की सभ्यता और संस्कार सब उसके अनुरुप होगा। आधुनिक स्वरूप के साथ ही विकास का नक्शा चलेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि आधुनिक स्वरूप के साथ रास्ते नेचर कल्चर और एडवेंचर का संगम स्थल बनेगा। वाराणसी, भदोही और मीरजापुर कारपेट ही नहीं टेक्सटाइल का हब बन रहे हैं। इंडिया कारपेट एक्सपो की शुरूआत की थी।

काशी से कोलकाता वाटरवे से उनको भी फायदा होगा। सुगमता का सुविधा से सीधा रिश्ता होता है। सेल्फी ले रहे हैं, सोशल मीडिया में बनारस छाया हुआ है।

त्योहारों का समय है जो हवाई जहाज से घर आया होगा गर्व से भर गया होगा। बाहर गए लोग शहर आ रहे हैं तो उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि हरहुआ शिवपुर और तरना से गुजर रहे हैं।

सडकें रुलाती थीं मगर अब स्थिति बदल गई है। बाबतपुर एयरपोर्ट को शहर से जोडने वाली सडक चार लेन की हो गई है। पर्यटकों को अपने ओर आकर्षित करने लगी है। जौनपुर सुल्तानपुर और लखनऊ की राह सुगम होगी।

गोरखपुर लखनऊ व आजमगढ, अयोध्या जाने के लिए शहर में आने की जरूरत नहीं होगी। पूरा करने का प्रयास शुरू हुआ तो पूरा भी हुआ। दूसरे काम भी जल्द पूरे हो जाएंगे। बनारस में जाम की समस्या कम होगी और प्रदूषण भी घटेगा।

सारनाथ जाना आसान होगा। हेलीपॉड से भी कनेक्टिविटी होगी। विश्वास भी लोगों में बढ़ जाता है। आज जितनी परियोजनाओं का शिलान्यास लोकार्पण हुआ है उससे रोजगार भी बढेगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देश का विकास कर रही है। देश विकास की राजनीति चाहता है। वोट बैंक की राजनीति नहीं करती है। चार वर्षों में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास साफ नजर आता है। नॉर्थ ईस्ट में भी रेल पहुंच रही है।

नेशनल हाइवे एक्सप्रेस वे सरकार की पहचान बन गई है। सामान्य जरूरतों जैसे स्वच्छता और स्वास्थ्य पर भी काम किया है। दायरा जो पहले चालीस फीसद था अब 95 फीसद हो चुका है।

गरीब से गरीब का भी अस्पताल में इलाज सुनिश्चित हुआ है। दो लाख से ज्यादा गरीबों का मुफ्त इलाज हो चुका है। हमारी नदियों को भी स्वस्थ रखने का फैसला लिया है।

नमामि गंगे नए पडाव पर पहुंचा है। गंदे पानी के ट्रीटमेंट के लिए लोकार्पण शिलान्यास किए। दीनापुर में तीन प्लांट शहर की गंदगी को मां गंगा में मिलने से बचाएगा।

रामनगर प्लांट भी जल्द तैयार हो जाएगा। सरकार गंगा का पैसा पानी में नहीं बहा रही। बल्कि साफ करने में लगा रही है। नमामि गंगे परियोजना में पांच हजार करोड से काम चल रहा है।

गांव ओडीएफ हो रहे हैं। गंगोत्री से गंगा सागर तक गंगा को निर्मल और अविरल बनाने का प्रयास चल रहा है। जन भागीदारी और जनभावना से काम हो रहा है। पुरानी सरकारों ने हजारों करोड़ बहा दिए।

आज कुछ इलाकों में बिजली सुधार किया गया है। आइपीडीएस के तहत काम पूरा हो चुका है। जो तारों का जाल लटकता था अब अंडर ग्राउंड है। यह बड़ा कदम है। शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इसे विस्तार दिया जाएगा।

आपके प्रयासों ये काशी की यह तस्वीर देश दुनिया के सामने आ रही है। सहेजना है इसे ताकि गौरवगान होता रहे। प्रवासी भारतीय दिवस काशी के पावन भूमि पर होना है आपकी ही तरह ही देश दुनिया से आए लोगों के स्वागत के लिए मौजूद रहूंगा।

यह कंटेनर वेसल चलने का मतलब है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वांचल और पूर्वी भारत जलमार्ग से अब बंगाल की खाड़ी से जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि आज यहां बाबतपुर हवाई अड्डे से शहर को जोडऩे वाली सड़क, रिंग रोड, कनेक्टिविटी से जुड़े प्रोजेक्ट, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने से जुड़ी परियोजना, मां गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के प्रयासों को बल देने वाली अनेक परियोजनाओं का भी लोकार्पण और शिलान्यास यहां किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे दीपावली के दिन बाबा केदारनाथ के दर्शन करने का अवसर मिला।

अब बाबा विश्वनाथ की नगरी में, आपसे आशीर्वाद लेने का मौका मिला है। उत्तराखंड में, मैं माता भगीरथी की पूजा करके धन्य हुआ, तो आज यहां, अब से कुछ देर पहले मां गंगा के दर्शन भी किए।

कंटेनर वेसल चलने का मतलब है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वांचल और पूर्वी भारत जलमार्ग से अब बंगाल की खाड़ी से जुड़ गया है। इस जलमार्ग से समय और पैसा बचेगा। सड़क पर भीड़ भी कम होगी। ईंधन का खर्च भी कम होगा और गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण से भी राहत मिलेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 800 करोड़ रुपए की लागत से बाबतपुर एयरपोर्ट को शहर से जोड़ने वाली सड़क ना सिर्फ चौड़ी हो गई है, बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करने लगी है।

इस सड़क से काशी वासियों का, पर्यटकों का समय तो बचेगा ही, जौनपुर, सुल्तानपुर और लखनऊ तक की यात्रा भी सुगम हो जाएगी।

बीते 4 वर्षों में कितनी तेजी के साथ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है, वो अब स्पष्ट दिखता है। दुर्गम स्थानों पर नए एयरपोर्ट। नॉर्थ-ईस्ट के दूर दराज के क्षेत्रों में पहली बार ट्रेन पहुंच रही।

ग्रामीण सड़कों और शानदार हाईवे का जाल हमारी सरकार की पहचान बन चुका है।पीएम मोदी ने कहा नमामि गंगे मिशन के तहत अब तक 23 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं को स्वीकृति दी जा चुकी है।

गंगा के किनारे के करीब-करीब सारे गांव अब खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। ये प्रोजेक्ट्स गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक गंगा को अविरल, निर्मल बनाने के हमारे संकल्प का हिस्सा हैं।