बड़ी खबर : श्रीलंका में हुए सीरियल ब्लास्ट, कई विदेशी नागरिकों की...

बड़ी खबर : श्रीलंका में हुए सीरियल ब्लास्ट, कई विदेशी नागरिकों की हुई मौत, जानें पूरी खबर के बारे में।

58
0
SHARE

Serial Blasts In Sri Lanka कोलंबो और इसके आसपार के शहरो में सुबह से लेकर अबतक 8 धमाके हो चुके हैं। जानकारी अनुसार आठवें धमाके में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है।

इस्टर के मौके पर रविवार को श्रीलंका सीरियल बम धमाकों से दहल गया। राजधानी कोलंबो समेत कई जगहों पर हुए सीरियल बम धमाकों में 156 लोगों के मारे जाने की खबर है। सुबह से लेकर अबतक 8 धमाके हो चुके हैं।

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार आठवें धमाके में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। जानकारी अनुसार इससे पहले सातवां धमाका दक्षिणी कोलंबो के देहिवाला में एक होटल में हुआ है, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई।

सुरक्षा को देखते हुए कोलंबो में सेना के 200 जवानों को तैनात किया गया है। श्रीलंका में शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है। वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि उन्हें संदेह है कि आत्मघाती हमलावर द्वारा दो चर्चों में विस्फोट किया गया है।

खबरों के मुताबिक श्रीलंका के पुलिस प्रमुख ने 10 दिन पहले ही देश भर में आत्मघाती हमलो को लेकर अलर्ट जारी किया था। अलर्ट में कहा गया था कि आत्मघाती हमलावर प्रमुख चर्चों को निशाना बना सकते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंकाई कट्टरपंथी समूह नेशनल थोहिथ जमात (NTJ) प्रमुख चर्चों के साथ-साथ कोलंबो में भारतीय उच्चायोग को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमलों को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। बता दें कि नेशनल थोहीथ जमात श्रीलंका में एक कट्टरपंथी समूह है, जिसने पिछले साल बौद्ध प्रतिमाओं को विध्वंस किया था।

बताया जा रहा है कि इस दौरान 3 चर्च समेत 6 जगहों को निशाना बनाया गया। इसाइयों को निशाना बनाते हुए चर्च में हुए इन धमाकों में 156 लोगों के मारे जाने और 400 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि विस्फोटों में अब तक कोलंबो में 42, नेगोंबो में 60 और बट्टिकालोआ में 27 लोग मारे गए हैं।

श्रीलंका में इससे पहले बम धमाकों का इतिहास लिट्टे युग का ही है। देश में आखिरी बार बड़ा हमला साल 2006 में हुआ था। आज से 13 साल पहले 16 अक्टूबर 2006 को दिगमपटाया नरसंहार में करीब 112 लोगों की हत्या की गई थी। लिट्टे से जुड़े उग्रवादियों ने श्रीलंकाई सेना को निशाना बनाकर एक ट्रक को सेना की 15 गाड़ियों के काफिले में घुसा दिया था।

वहीं, धमाकों के बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने आपात बैठक बुलाई। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने धमाकों पर शोक जताते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियोँ को जल्द जांच कर हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।

श्रीलंका के कोलंबो में हुए सीरियल ब्लास्ट पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा है कि हम पूरे हालात पर नजर बनाए हुए है।

जिन तीन चर्चों में धमाका हुआ है, उनमे कोलंबो का सेंट एंटनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगोंबो में सेंट सेबेस्टियन चर्च व पूर्वी शहर बट्टिकालोआ के एक चर्च को निशाना बनाया गया। इसके अलावा जिन तीन होटलों को निशाना बनाया गया, उनमें पांच सितारा होटल, शांगरीला, द सिनामॉन ग्रैंड और द किंग्सबरी शामिल है।

पुलिस के मुताबिक 8 बजकर 45 मिनट पर पहला धमाका हुआ। कई जगहों पर हुए लगातार धमाकों की वजह से अफरा-तफरी का माहौल है। बताया जा रहा है कि धमाकों में सबसे ज्यादा मौत कोलंबो में हुई है। घायलों का कोलंबो के नेशनल हॉस्पिटल मेंं इलाज चल रहा है।

स्थानीय पुलिस ने बताया कि ये धमाका उस वक्त हुआ, जब इस्‍टर के मौके पर प्रार्थना के लिए लोग चर्च में जमा हुए थे। फिलहाल अभी तक किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।