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बिहार चुनाव 2020 : आखिरी चरण के प्रचार का अंतिम दिन आज, जानें कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल का सियासी समीकरण

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बिहार चुनाव 2020 : आखिरी चरण के प्रचार का अंतिम दिन आज, जानें कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल का सियासी समीकरण


Bihar 4th Phase Election: राज्य के 15 जिलों में होने वाले तीसरे चरण के विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, दरभंगा, वैशाली, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर शामिल हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अंतिम और तीसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार का दौर गुरुवार को समाप्त हो रहा है। अंतिम चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मत डाले जाएंगे। इस चरण के चुनाव में कुल 1,208 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन सभी सीटों पर 7 नवंबर को मतदान होने हैं। सबसे ज्‍यादा 28 उम्‍मीदवार मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र से हैं। सबसे कम 9 उम्‍मीदवार जोकीहाट, बहादुरगंज, त्रिवेणीगंज और ढाका विधानसभा सीट पर मुकाबले में हैं। वाल्मिकी नगर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए इसी फेज में वोट डाले जाएंगे। यहां 7 उम्‍मीदवार मैदान में हैं।

आखिरी चरण के चुनाव में मुस्लिम बहुल सीमांचल तो यादव बहुल कोसी और ब्राह्मण बहुल मिथिलांचल की कुछ सीटों पर चुनावी संघर्ष होना है। राज्य के 15 जिलों में होने वाले तीसरे चरण के आम चुनाव में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, दरभंगा, वैशाली, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर शामिल हैं।

इस फेज में महागठबंधन की ओर से RJD 46 सीटों पर तो 25 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। सीपीआई (माले) 5 और सीपीआई ने 2 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं, NDA की ओर से जेडीयू सबसे अधिक 37 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बीजेपी के 35 प्रत्याशी मैदान में हैं और वीआइपी की 5 और हम भी 1 सीट पर चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने करीब दो दर्जन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के संग रहते हुए जेडीयू ने 17.31 प्रतिशत वोटों के साथ 23 सीटें जीती थीं, जबकि आरजेडी 16.30 प्रतिशत वोट के साथ 20 सीटें अपने नाम की थी। कांग्रेस को 8.38 प्रतिशत मत के साथ 11 सीटें मिली थीं। बीजेपी 25.79 प्रतिशत वोट के साथ 20 सीटें जीती थी। हालांकि, एलजेपी को 3.81 प्रतिशत वोट तो मिले थे पर वह खाता भी नहीं खोल सकी थी। इसके अतिरिक्त अन्य को तीन सीटें मिली थीं और सीपीआई माले को एक सीट पर जीती मिली थी।

इन 78 विधानसभा सीटों पर होगी आखिरी लड़ाई
वाल्मीकिनगर, रामनगर (सुरक्षित), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, सिकटा, रक्सौल, सुगौली, नरकटिया, मोतिहारी, चिरैया, ढाका, रीगा, बथनाहा (सुरक्षित), परिहार, सुरसंड, बाजपट्टी, हरलाखी, बेनीपट्टी, खजौली, बाबूबरही, बिस्फी, लौकहा, निर्मली, पीपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज, छातापुर, नरपतगंज, रानीगंज (सुरक्षित), फारबिसगंज, अररिया, जोकिहाट, सिकटी, बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन, अमौर, बायसी, कस्बा, बनमनखी (सुरक्षित), रूपौली, धमदाहा, पूर्णिया, कटिहार, कदवा, बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी (एसटी), बरारी, कोढ़ा, आलमनगर, बिहारीगंज, सिंघेश्वर (सुरक्षित), मधेपुरा, सोनबरसा (सुरक्षित), सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, दरभंगा, हायाघाट, बहादुरपुर, केवटी, जाले, गायघाट, औराई, बोचहां (सुरक्षित), सकरा (सुरक्षित), कुढ़नी, मुजफ्फरपुर, महुआ, पातेपुर (सुरक्षित), कल्याणपुर (सुरक्षित), वारिसनगर, समस्तीपुर, मोरवा और सरायरंजन।