सीओए द्वारा बनाई गई जांच समिति ने राहुल जौहरी के ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया।
बीसीसीआइ के सीइओ राहुल जौहरी पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप गलत साबित हुए है, सीओए द्वारा बनाई गई जांच समिति ने राहुल जौहरी के ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया।
इसके अलावा समिति ने कम से कम दो महिलाओं के आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें मनगढ़ंत बताया महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद राहुल जौहरी को छुट्टी पर भेजा गया था लेकिन अब वह अपने काम पर लौट सकते हैं।
हालांकि इस मुद्दे पर सीओए भी बंटी नजर आई। अध्यक्ष विनोद राय ने जौहरी को काम पर लौटने की मंजूरी दी जबकि डायना एडुल्जी ने कुछ सिफारिशों के आधार पर उनके इस्तीफे की मांग की जिसमें काउंसिलिंग भी शामिल है।
जांच कमेटी के प्रमुख न्यायमूर्ति (रिटायर्ड) राकेश शर्मा ने अपनी फाइनल रिपोर्ट में कहा, ऑफिस या कहीं और यौन उत्पीड़न के आरोप झूठे, आधारहीन और मनगढ़ंत हैं जिनका मकसद राहुल जौहरी को नुकसान पहुंचाना था।
कमेटी की एक सदस्य ने बर्मिंघम में चैंपियन्स ट्रॉफी के दौरान एक शिकायतकर्ता से अनुचित बर्ताव के लिए जौहरी की काउंसिलिंग की सलाह दी वीना के अनुसार जौहरी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का कोई मामला नहीं बनता।
सीओए ने 25 अक्टूबर को गठित इस समिति को जांच पूरी करने के लिए 15 दिन का समय दिया था। इसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को भी सौंपी जाएगी।