पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यास समारोह में शामिल होने के बाद वीरवार को भारत लौट आए।
पिछले पााकिस्तान दौरे की तरह ही इस बार भी सिद्धू विवादों में घिर गए। उनका खालिस्तानी आतंकी गाेपाल सिंह चावला के साथ फोटो पर विवाद हो रहा है।
इस पर सफाई देते हुए सिद्धू ने कहा, गोपाल सिंह चावला कौन है, मैं नहीं जानता। पाकिस्तान में मेरी पांच से दस हजार फोटो खींची गईं। कौन चावला था और कौन चीमा, मुझे नहीं मालूम।
वीरवार शाम अटारी बॉर्डर पर पत्रकाराें से बातचीत में नवजोत सिंह सिद्धू ने पूरे मामले में नपे-तुले शब्दों में अपनी सफाई दी। सिद्धू 27 नवंबर को पाकिस्तान गए थे। सिद्धू ने कहा कि जिस प्रकार लोग भारत में मुझे स्नेह देते हैं, वैसे ही पाकिस्तान के लोगों ने मुझे प्यार दिया।
वहां के लोगों ने इस कदर प्यार दिया कि हर शख्स मरे साथ फोटो खिंचवाना चाहता था। इन लोगों में कौन क्या है, यह मैं नहीं जानता। वैसे भी जिस पेड़ पर अधिक फल लगते हैं, पत्थर भी उसे ही मारे जाते हैं।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान फरिश्ता बनकर आए हैं। उन्होंने हमारा इस्तकबाल किया। 72 सालों से दोनों मुल्कों के बॉर्डर बंद हैं। श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर का द्वार खुलने का मतलब है कि अब एक हजार द्वार खुल जाएंगे, दस हजार खिड़कियां खुलेंगी।
कजाकिस्तान व उज्बेकिस्तान रूट पर जो ताले लगे हैं, वे भी खुल जाएंगे। इससे दोनों देशों के पंजाब प्रांत सौ साल आगे चले जाएंगे। सिद्धू ने कहा कि नानक नाम लेवा संगत का जो अरमान था वह आज हकीकत बन गया है।
श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलवाने पर छिड़ी क्रेडिट वॉर का जिक्र किए बिना सिद्धू ने कहा कि काबिलियत का आकलन करना हो तो काम से किया जाता है। यह काम आज संपन्न हुआ। 72 साल का इंतजार खत्म हुआ है।
यह ऐतिहासिक एवं सकारात्मक कदम है। इस दौरान सिद्धू ने इशारों में तीन माह पूर्व पाकिस्तान सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ जफ्फी डालने को लेकर उपजे विवाद की ओर की ओर भी संकेत किया।
सिद्धू ने अपने खास अंदाज में कहा- ‘बलदेयां जगलां ते आओ बरसात करिए, लंबी काली रात है, आओ प्रभात करिए, खत्म करिए दुश्मनी दी दास्तां नूं, बाबे नानक दे नाम नाल एक चंगी शुरूआत करिए।’
उन्होंने कहा कि ऐसी ही भावना लेकर मैं वापस आया हूं। दोनों मुल्कों के बीच प्यार, संभावनाएं, प्रगति, विस्तार व दोनों पंजाब के दिल जोड़कर आया हूं।
सिद्धू बोले, इमरान खान ने मुझसे कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच जंग नहीं हो सकती, हो सकता है कि अटारी और फिरोजपुर के बॉर्डर खुल जाएं। बॉर्डर खुलने से हमारे किस्मत पर जो ताले लगे रहे, वे भी खुल जाएंगे। इमरान खान ने एक शुरूआत की, तो हिंदुस्तान ने भी दोनों हाथों से ताली बजाई। मेरा भी यही प्रयास था और परमात्मा ने मुझे जरिया बनाया।
सिद्धू ने अटारी बॉर्डर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, कौन चावला है, कौन चीमा मुझे नहीं मालूम। सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनसे कहा के कितना अच्छा हो अगर फिरोजपुर तथा अटारी सीमा के रास्ते दोनों मुल्कों के लिए खुल जाएं। इस दौरान सिद्धू पत्रकारों के सवालों से बचते दिखाई दिए। सिद्धू ने कहा, मैं दोनों मुल्कों के जोड़कर आया हूं।
अटारी सीमा पर नवजोत सिंह सिद्धू को रिसीव करने सौरभ मदान उर्फ मिटठू मदान भी पहुंचा था। सौरभ मदान वही शख्स है जिन्होंने जोड़ा फाटक पर रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया था।
इस दौरान रेलवे ट्रैक पर दशहरा देख रहे लोगों के ऊपर से ट्रेन गुजर गई थी। इस घटना में 62 लोगों की मौत हुई थी
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू का वीरवार सुबह खालिस्तानी आतंकी गाेपाल सिंह चावला के साथ फोटो सामने आया। यह फाेटो खुद गाेपाल सिंह चावला ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट की थी।
देखते-देखते यह फोटो वायरल हो गया और इससे पंजाब की राजनीति में भूचाल सा आ गया। अपने फेसबुक अकाउंट पर फोटो पोस्ट कर चावला ने लिखा है- ‘ विथ सिद्धू पा जी’।
सिद्धू पाकिस्तान के करतारपुर में कॉरिडोर के शिलान्यास समारोह में भाग लेने वहां गए थे। इस समारोह में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी भी शामिल हुए थे। इस समारोह में खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला के भी नजर अाने से विवाद पैदा हो गया है।