200 किसान संगठनों के आह्वान पर गुरुवार से आयोजित आंदोलन के लिए किसानों का दिल्ली का पहुंचना शुरू हो गया है।
बिजवासन में हजारों किसान इकट्ठा हुए हैं। दिल्ली में दो दिन के आंदोलन में 1 लाख किसानों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
बिजवासन में हजारों किसान इकट्ठा हुए हैं। दिल्ली में दो दिन के आंदोलन में 1 लाख किसानों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
ANI
✔@ANI
Farmers from across the nation gather in Delhi to participate in a 2-day protest from today over their demands, including debt relief and better MSP (minimum support price) for crops; #visuals from Bijwasan. Farmers will today march from different parts of Delhi to Ramlila Maidan
ANI
✔@ANI
Delhi: Latest visuals from Bijwasan; farmers from across the nation have gathered in Delhi to participate in a 2-day protest from today over their demands, including debt relief and better MSP (minimum support price) for crops. pic.twitter.com/2zJBvkNJtn
कई राज्यों से आए किसान दिल्ली में इकट्ठा हो रहे हैं। यहां से वो कल संसद भवन तक मार्च करेंगे।
ANI
✔@ANI
Farmers from across the nation gather in Delhi to participate in a 2-day protest from today over their demands, including debt relief and better MSP (minimum support price) for crops; #visuals from Bijwasan. Farmers will today march from different parts of Delhi to Ramlila Maidan
ओलिम्प ट्रेड नौशिखियों को समझदारी से ट्रेड करना सिखा देता है
किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने और कृषि उत्पाद लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य मुहैया कराने की मांग को लेकर लगभग 200 किसान संगठनों के आह्वान पर गुरुवार से आयोजित आंदोलन के लिए किसानों का दिल्ली का पहुंचना शुरू हो गया है।
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा 29 और 30 नवंबर को आहूत संसद मार्च को वाम दलों सहित 21 राजनीतिक दलों का समर्थन हासिल है।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, 29 नवंबर की सुबह किसान बिजवासन से 26 किलोमीटर पैदल मार्च करते हुए शाम करीब पांच बजे रामलीला मैदान पहुंचेंगे। वहीं 30 नवंबर को संसद की ओर मार्च करेंगे।
समिति के संयोजक हन्नान मोल्लाह ने बुधवार को यहां बताया कि गुरुवार को रामलीला मैदान में एकत्र होने के लिये किसानों के समूह दिल्ली पहुंचने लगे हैं।
उन्होंने बताया कि मेघालय, जम्मू कश्मीर, गुजरात और केरल सहित देश के विभिन्न राज्यों से किसानों के समूह सड़क और रेल मार्ग से दिल्ली और आसपास के इलाकों में एकत्र होने लगे हैं।
मोल्लाह ने इसे अब तक का सबसे बड़ा किसान आंदोलन होने का दावा करते हुए कहा कि गुरुवार को रामलीला मैदान में किसान सभा के आयोजन के बाद शुक्रवार को किसानों का हुजूम रामलीला मैदान से संसद मार्च करेगा।
इससे पहले गुरुवार को सुबह दिल्ली के प्रवेश मार्गों से रामलीला मैदान तक किसान मार्च के लिए बिजवासन, मजनूं का टीला, निजामुद्दीन, आनंद विहार पर सभी किसान एकत्र होंगे।
अखिल भारतीय किसान सभा के सचिव अतुल कुमार अंजान ने बताया कि शुक्रवार को संसद मार्ग पर आयोजित किसान सभा में आंदोलन का समर्थन कर रहे विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शिरकत करेंगे।
इनमें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के भी शामिल होने की संभावना है।
अंजान ने बताया कि शुक्रवार को दो सत्रों में आयोजित किसान सभा के पहले सत्र में किसान नेता आंदोलन के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके बाद दूसरे सत्र में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता किसानों को संबोधित करेंगे।