अपने विवादित बयानबाजी से सुर्खियां बटोरने वाली और बीजेपी पर अक्सर हमलावर रहने वाली बहराइच से भाजपा सांसद सावित्री फुले ने भाजपा छोड़ दी, उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया।
ऐसे में सांसद के त्याग पत्र देते हुी पार्टी में उनका विरोध तेज हो गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार की शाम सांसद का गुरुनानक चौक पर पुतला जलाया और जमकर नारेबाजी की।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सावित्री बाई फुले का पुतला जलाने वालों का तेतृत्व शुभम और रजत भदोरिया ने किया। वहीं, कार्यकर्ता शुभम ने बताया है कि सांसद सावित्रीबाई फुले ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के खिलाफ टिप्पणी करके आम लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है।
उनका कहना है कि सांसद का बयान बेहद पीड़ादायक है और इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एबीवीपी कार्यकर्ता शुभम ने बताया कि पिछले कई दिनों से सांसद भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं पर हमला कर रही हैं। शुभम ने कहा कि अनुशासित पार्टी होने के नाते अब तक उनकी पीड़ा को सहन किया गया, अब उन्होंने पार्टी छोड़ दी है।
एबीवीपी कार्यकर्ता शुभम ने कहा कि अगर सांसद सावित्री बाई फुले ने अपनी बयानबाजी बंद नहीं की, तो आम जनमानस को लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
बता दें कि इस दौरान शुभम सिंह, विवेक रैकवार, संजय सिंह, प्रीतम सिंह समेत अनेक एबीवीपी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इससे पहले सावित्री बाई फुले ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा देश को मनुस्मृति से चलाना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा दलित, पिछड़ा व मुस्लिम विरोधी है और आरक्षण खत्म करने की साजिश रच रही है। सावित्री बाई ने भाजपा पर देश के संविधान को बदलने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया है।