एक और जहां पेट्रोल-डीजल के बढ़ते हुए भाग को लेकर पूरे देश भर में शांति पूर्ण रुप से विरोध जारी है। वहीं दूसरी ओर बाकी देशों की मुद्रा की कीमत से गिरते ₹ की कीमत को लेकर सरकार बेहद चिंतित है।
वही बार बार लगातार गिरते रुपये की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गिरती कीमत ने मोदी सरकार की चिंता बढ़ा दी है। खबर है कि सरकार जल्द ही इकोनॉमिक रिव्यू मीटिंग बुलाएगी। रुपये की स्थिति को कैसे मजबूत किया जाए, इस पर कोई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकती है।
वहीं इस मामले को लेकर सूत्रों के हवाले से यह खबर प्राप्त हो रही है कि मोदी सरकार एनआरआई बॉन्ड जारी कर सकती है। इसका उद्देश्य मुद्रा का विदेशी प्रवाह तेज करना होता है। इससे बाजार में डॉलर ज्यादा आएंगे।
रिजर्व बैंक को स्थिति पर नियंत्रण रखने का समय भी मिल जाएगा। रिजर्व बैंक को विदेशी जमा कोष से डॉलर कम खर्च करने पड़ेंगे।
वहीं दूसरी ओर इस बात को लेकर अपनी ओर से जारी किए गए बयान में फाइनेन्स मिनिस्ट्री ने कहा कि ‘रुपये में निराधार गिरावट नहीं आए’ इसके लिए सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक हर संभव प्रयास करेंगे।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने ट्वीट में कहा, ‘रुपया ज्यादा नीचे न जाए, यह सुनिश्चित करने के लिये सरकार और आरबीआई हर संभव कदम उठाएंगे।’