फिर बदलने वाला है मौसम का मिजाज, तेज आंधी के साथ होगी बारिश, गर्मी से मिलेगी राहत
उत्तर पश्चिम के ज्यादातर इलाकों में 17 अप्रैल तक धूल भरी आंधी चलेगी साथ ही हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। इससे तापमान में चार डिग्री तक कमी आएगी जिससे लोगों को राहत मिलेगी।
गर्मी से जूझ रहे दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम का मिजाज फिर बदलने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) पहले ही भविष्यवाणी कर चुका है कि 15 अप्रैल (सोमवार) से दिल्ली-एसीआर के उत्तर भारत में अधिकतर इलाकों में हल्क बादल छाएंगे।
इतना ही नहीं, उत्तर पश्चिम के ज्यादातर इलाकों में 17 अप्रैल (बुधवार) तक धूल भरी आंधी चलेगी, साथ ही हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। खासकर दिल्ली-एसीआर के साथ इससे हटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलावा, पंजाब और राजस्थान के मौसम में भी इससे बदलाव होगा।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, इस बदलाव और धूल भरी आंधी चलने के पीछे पश्चिमी विक्षोभ है। इससे पहले शनिवार को ही पश्चिमी विक्षोभ के चलते पहाड़ी राज्यों में जम्मू-कश्मीर के अलावा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ी थीं।
मौसम विज्ञानियों की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू कश्मीर,हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 16 अप्रैल को बारिश आने का अनुमान है। आने वाले चार से पांच दिनों में देश के लगभग सभी भागों में गरज और बारिश होगी। ये उत्तर पश्चिमी भारत में 16 और 17 अप्रैल को और भी अधिक होगी।
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली और उत्तर पश्चिमी भारत के भागों में धूल भरी आंधी आ सकती है। इन इलाकों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। वहीं मंगलवार को धूल भरी आंधी के समय हवा की गति 60-70 किमी प्रति घंटे पर पहुंच सकती है।
इससे पहले दिल्ली-एनसीआर में रविवार को सुबह से ही तेज धूप खिली रही। दिन चढ़ने के साथ यह और तीखी होती गई। मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार का न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है।
वहीं अधिकतम तापमान 38.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार को दिल्ली के आसमान पर हल्के बादल छाए रहेंगे जबकि मंगलवार को धूलभरी आंधी, हल्की बूंदाबांदी और कहीं-कहीं हल्की ओलावृष्टि होने की भी संभावना जताई जा रही है। वहीं, हवा की रफ्तार बढ़ने के चलते वातावरण फिलहाल सांस लेने योग्य है।