यही है स्वस्थ जीवन का आधार बाकी सब बेकार।

यही है स्वस्थ जीवन का आधार बाकी सब बेकार।

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तंदुरुस्ती, आरोग्य, सेहत सक्रिय, खुशहाल और सुखद जीवन की कुंजी है। अच्छी सेहत ही हमारा वास्तविक धन है। हमें याद रखना चाहिए कि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है। एक तंदुरुस्त एवं निरोगी व्यक्ति ही अपने जीवन को पूरे आनंद एवं उत्साह से जी सकता है।

प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह अपनी तंदुरुस्ती को प्राथमिकता दे। जो व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूपों से तंदुरुस्त होता है वह जीवन के विभिन्न उतार-चढ़ावों का मजबूती से सामना कर पाता है। अस्वास्थ्यकर जीवन शैली के परिणामस्वरूप किसी भी व्यक्ति के तंदुरुस्ती में गिरावट आती है।

तंदुरुस्ती खराब होने के प्रमुख कारण

दैनिक तनाव छात्र अक्सर स्कूल के काम एवं परीक्षा की वजह से तनावग्रस्त हो जाते हैं। पेशेवरों में भी उनके जीवन और काम की वजह से तनावग्रस्त होने की संभावना होती है। इस तरह की स्थितियां असंतुलित मानसिक सेहत को बढ़ावा देती है।

अवसाद

किसी भी वजह से लंबे समय तक तनाव बने रहने से अवसाद हो जाता है और यह तंदुरुस्ती संबंधी समस्या बन जाता है। शराब एवं तम्बाकू जैसे मादक पदार्थों का सेवन शराब एवं अन्य संरक्षित खाद्य पदार्थं के सेवन से शारिरिक एवं मानसिक आरोग्य एवं तंदुरुस्ती पर बुरा असर पड़ता है।

अनिद्रा

आजकल लोग देर रात तक काम करते हैं और साथ ही अपने मोबाईल फोन का भी इस्तेमाल देर रात तक करते रहते हैं और इस प्रकार उनके नींद का स्वाभाविक चक्र अस्त-व्यस्त हो जाता है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक निर्धारित समय में सोना अनिवार्य है, और कम नींद लेने से जीवन शैली पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ (जंक फूड्स)

आजकल जंक फूड्स अर्थात ऐसा खाना जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं परन्तु जिन्हें बनाना आसान होता है का प्रचलन बढ़ गया है और इसने पोषक आहार की जगह ले ली है। अस्वास्थ्यकर भोजन की आदतें सीधे तौर पर बीमारियों को बुलावा देती हैं।

प्रदूषण एवं अन्य प्रतिकूल प्राकृतिक वातावरण

इनकी वजह से भी हम बीमार हो जाते हैं अतः हमें उचित निवारक उपायों को अपनाकर इन परिस्थितियों में अपनी तंदुरुस्ती की रक्षा करनी चाहिए।

रोज व्यायाम है जरुरी

प्रत्येक व्यक्ति को रोज व्यायाम के लिए समय निकालना चाहिए क्योंकि व्यायाम शारीरिक के साथ ही मानसिक तंदुरुस्ती के लिए भी उत्तम है।

संतुलित एवं पोषणयुक्त भोजन का सेवन

सेहत की रक्षा के लिए संतुलित आहार जिसमें आवश्यक खनिज, विटामिन और प्रोटीन शामिल हो का सेवन आवश्यक है। संतुलित एवं पोषणयुक्त भोजन व्यक्ति को तंदुरुस्त एवं निरोगी बनाए रखता है।

साफ सुथरा वातावरण

तंदुरुस्त एवं सेहतमंद जीवन जीने के लिए हमें अपने आस पास साफ सफाई का उचित ध्यान रखना चाहिए।

समुचित नींद लेना

प्रत्येक व्यक्ति के लिए चिकित्सा मानदंडों के अनुसार कम से कम 8 घंटे की नींद लेना अनिवार्य है।

प्रचूर मात्रा में पानी पीना

पानी हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करने के साथ ही हमारे शरीर के चयापचय को सुधारता है इसलिए हमें खूब पानी पीना चाहिए।

जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण

जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए। हमारे मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए जीवन के प्रति हमारा सकारात्मक दृष्टिकोण होना चाहिए और हमारे मस्तिष्क में सकारात्मक विचारों का अधिपत्य होना चाहिए तभी हम खुश एवं मानसिक रूप से तंदुरुस्त रह सकते हैं।

निरोगी एवं तंदुरुस्त रहना मुश्किल नहीं है यदि हम अपने सेहत को जीवन में प्राथमिकता दें। उपर्युक्त बातों का दृढ़ता से पालन करके, हममें से हर एक स्वस्थ, तंदुरुस्त एवं उपयोगी जीवन व्यतीत कर सकता है।