रोज सुबह चबा लें ये 2 हरी पत्तियां, ब्लड शुगर ही नहीं, मीठे की तलब भी घटती जाएगी
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं या आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में नहीं रहता तो आपके लिए कुछ हरी पत्तियां दवा की तरह काम करेंगी. इन पत्तियों को चबाने से आपका शुगर तेजी से कम होने लगेगा.
डायबिटीज यानी शुगर में इंसुलिन की कमी के कारण ही ब्लड शुगर लेवल ज्यादा होता है. ऐसे में आपको ऐसी चीजें खानी चाहिएं जो आपके इंसुलिन को रेग्युलेट कर सकें.
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड और रफेज खाने से भी इंसुलिन एक्टिवेट होता है. वहीं कुछ नेचुरल चीजें भी ऐसी हैं जो इंसुलिन को ब्लड में बढ़ाने का काम करती हैं. अगर आप नेचुरली अपने शुगर को कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो दवाओं के साथ कुछ खास पत्तियों का भी सेवन करते रहना चाहिए. ये पत्तियां इंसुलिन को रेग्युलेट करती हैं.
गुड़मार: गुड़मार की पत्ती शुगर से लेकर डेंगू-मलेरिया तक के इलाज में लाभकारी मानी जाती है. इसे खाने के बाद गुड़ या चीनी की मिठास का अहसास नहीं होता है. असल में ये गुड़ की तरह मीठी जरूर होती हैं, लेकिन ये शुगर काट देती है. इसे खाने से मीठे की तलब खत्म होती है. यदि आप रोज इसे कच्चा चाबने लगें तो ये टेस्ट बड पर शुगर रिसेप्टर्स को ब्लॉक कर देती है. फिर लोगों को मीठा खाना पसंद नहीं आता. साथ ही ये इंसुलिन के स्राव और सेल रीजनरेशन पर भी काम करती है.
गुड़मार का सेवन कैसे करें
रोजाना खाली पेट गुड़मार के पत्तों को चबाए या आप बाजार में मिलने वाले गुड़मार के लिक्विड और पाउडर का पानी के साथ खाएं.
सदाबहार की पत्तियां और फूल –डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सदाबहार के फूल और पत्तियों का भी बहुत बड़ा हाथ होता है. अगर आप रोज सुबह इसे खाने की आदत डाल लें तों ये आपके इंसुलिन के स्तर को बनाए रखेगा. आयुर्वेद में सदाबहार के फूल और पत्तियां ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल की दवा माना गया है.
सदाबहार खाने का तरीका
आप सदाबहार की पत्तियों या फूल को यूं ही चबा कर खा सकते हैं या इसे सूखा कर पाउडर बना लें और तब इसे गुनगुने पानी के साथ लें.