शक्कर की जगह मिश्री खाने से हो सकते हैं ये 5 फायदे
घरों में अक्सर शक्कर खाई जाती है, लेकिन शक्कर की जगह मिश्री खाना सेहत और स्वाद दोनों के लिए अच्छा हो सकता है। तो जानिए ऐसा क्यों।
शक्कर को स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा आपने कई लोगों से सुना होगा कि शक्कर खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है और शुगर के मरीज़ों के लिए तो ये बहुत ही मुसीबत वाली स्थिति पैदा कर सकती है। वैसे शक्कर का इस्तेमाल करने तो हर घर में होता है, लेकिन शायद ही आपने अपने घर में मिश्री का इस्तेमाल रोज़ाना किया हो। मिश्री काफी बेहतर ऑप्शन हो सकती है और इसका इस्तेमाल भी आप बहुत ही आसानी से कर सकती हैं।
मिश्री के इस्तेमाल को लेकर आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने हमें कुछ खास बातें बताईं। उनका कहना था कि मिश्री नेचुरली मीठा पदार्थ है जो गन्ने से बनाया जाता है और शक्कर की तरह इसमें केमिकल्स का उपयोग नहीं किया जाता इसलिए ये काफी प्योर होती है। मिश्री के इस्तेमाल और क्यों शक्कर की जगह उसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए इसको लेकर डॉक्टर दीक्षा ने कुछ बातें बताई हैं।
आयुर्वेद में सभी स्वाद के खाने का है महत्व-
आयु्र्वेद के मुताबिक षडरस भोजन (संपूर्ण आहार जिसमें 6 अलग-अलग स्वाद हों) वो बहुत जरूरी होता है और इसमें मधुर रस यानि मीठा स्वाद लेना भी जरूरी है। मिश्री मीठी तो होती ही है, लेकिन इसके साथ-साथ मिश्री में बहुत सारे औषधीय गुण भी होते हैं और ये शक्कर के मुकाबले कम केमिकल्स वाली होती है। मिश्री को ट्रेडिशनल तरीके से बनाया जाता है और इसलिए इसमें कई तरह के औषधीय गुण होते हैं।
मिश्री के आयु्र्वेदिक फायदे-
मिश्री को अपनी डाइट में शामिल करने के आयुर्वेदिक फायदे भी हैं जैसे-
- ये आंखों के लिए अच्छी होती है
- ये थकान को मिटाती है
- ये आंतों के लिए अच्छी है और शौच की प्रक्रिया को सही रखने में मदद करती है
- ये पुरुषों में स्पर्म को ठीक करती है
- ये ताकत बढ़ाती है
- ये खून का एसिड लेवल ठीक रखती है
- ये उल्टी और जी मिचलाने की समस्या को दूर करती है
- ये वात दोष को खत्म करती है
आखिर क्यों शक्कर स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होती-
शक्कर स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होती क्योंकि उसे प्रोसेस और ब्लीच किया जाता है। कच्ची शक्कर को सल्फरिक एसिड में मिलाया जाता है जिससे सफेद क्रिस्टल्स बनें और शक्कर का परफेक्ट फॉर्म भी बने और आंखों के लिए भी अच्छी हो। ये आंखों के लिए तो अच्छी होती है, लेकिन शरीर के लिए ये जहर का काम कर सकती है।
इसी जगह अगर मिश्री को देखा जाए तो ये केमिकली प्रोसेस्ड नहीं होती और साथ ही साथ न्यूट्रिल pH-वैल्यू के साथ आती है। इसका रंग भी हल्का पीला या सिलेटी हो सकता है।
मिश्री को ऐसे किया जा सकता है इस्तेमाल-
- ये कड़वी आयुर्वेदिक दवाओं को खाने के काम आ सकती है
- ये ड्रिंक्स के तौर पर पानी में घोलकर पी जा सकती है
- लैक्टेशन के लिए मिश्री अच्छी होती है और ये नई मां को दी जा सकती है
- ये खराब गले और कफ के लिए फायदेमंद है और दवा के रूप में दी जा सकती है
- इसे शक्कर की जगह कुछ डिशेज में इस्तेमाल किया जा सकता है
कम मात्रा में मिश्री को लेना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है और आयुर्वेद में इसे दवा माना जाता है। आयुर्वेद में इसे अच्छा तो माना जाता है पर आपको इसे बहुत ध्यान से खाना चाहिए। जरूरत से ज्यादा मिश्री खाने से भी परेशानी हो सकती है। इसे अगर दवा के तौर पर ही खाया जाए तो ये आपके शरीर के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकती है।
इन लोगों को नहीं खानी चाहिए मिश्री-
मिश्री वैसे तो बहुत ही अच्छी होती है, लेकिन वो लोग जिन्हें हाई डायबिटीज है, शुगर लेवल ज्यादा होता है, कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, हार्मोनल समस्याएं हैं, ऑटो इम्यून डिसऑर्डर्स हैं उन्हें हर तरह की शक्कर से बचना चाहिए। फ्रूट्स की नेचुरल शक्कर सही होती है और कुछ हद तक शहद और मिश्री भी ली जा सकती है, लेकिन इससे ज्यादा नहीं। इसके अलावा आपको मीठे से बचना चाहिए।