भाजपा कार्यकर्ताओं ने केरल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय के सामने अनिश्चित कालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
सबरीमाला प्रदर्शनकारियों पर राज्य की माकपा नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक वाम मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन तेज करने के क्रम में अनशन शुरू किया गया है।
प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य भर में पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के सामने प्रदर्शन भी किया।
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लै ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी माकपा दिवालिया होने की राह पर है।
पार्टी का ग्राफ नीचे आ रहा है। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधानसभा में एक मात्र भाजपा विधायक ओ राजगोपाल भी मौजूद थे। मशहूर माकपा नेता एमएम लारेंस के पोते ने भी प्रदर्शन किया।
अभी तक पुलिस 3500 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू करने के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के सिलसिले में 529 मामले दर्ज किए गए हैं। शीर्ष अदालत ने भगवान अयप्पा के मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के प्रति पूरा समर्थन जताया है।
भाजपा ने आठ से 13 नवंबर तक कसारगोड से पथनमथिट्टा तक रथ यात्रा निकालने की घोषणा की है। यह रथ यात्रा सबरीमाला मंदिर की परंपरा बचाने के लिए निकाली जाएगी।
भाकपा ने सबरीमाला मुद्दे को लेकर भाजपा और आरएसएस की आलोचना की है। वामपंथी पार्टी ने कहा है कि दोनों ने महिलाओं और माताओं के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बयान की निंदा की है।
भाजपा अध्यक्ष ने इस मुद्दे को लेकर पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार को गिरा देने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है न कि माकपा ने यह आदेश दिया है।