समाजवादी पार्टी (सपा) में ‘उपेक्षा’ के बाद अपनी राहें अलग करने वाले नवगठित ‘समाजवादी सेक्युलर मोर्चा’ के संस्थापक शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को कहा कि उनका मोर्चा आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
यादव ने दरकवदा गांव में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उनका नवगठित मोर्चा वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
उन्होंने दावा किया कि मोर्चे के सहयोग के बिना देश में अगली सरकार बनाना संभव नहीं होगा। यादव ने भाजपा में शामिल होने की अपनी योजना सम्बन्धी अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सब विरोधियों की साजिश है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उपेक्षित और अपमानित होकर उन्होंने मोर्चा बनाया है। उनका प्रयास होगा कि ऐसे लोगों को जोड़ें, जिनका समाजवादी पार्टी में सम्मान नहीं हो रहा है। इसीलिए सेक्युलर मोर्चा बनाकर अपने लोगों को काम दिया है।
सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर बड़े जतन से समाजवादी पार्टी बनाई थी लेकिन लगातार हो रही उपेक्षा के चलते वरिष्ठ नेता अपमानित महसूस कर रहे हैं। जिन्हें हाशिये पर रख दिया गया था उन्हें जोड़कर सेक्युलर मोर्चा का गठन किया है।
भाजपा से साठगांठ होने के आरोप को उन्होने सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि यह बात निराधार है और उनके सेक्युलर अभियान को बाधित करने के लिये किया जा रहा दुष्प्रचार है।
मालूम हो कि शिवपाल ने पिछले बुधवार को ही समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के गठन की औपचारिक घोषणा की थी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले शिवपाल यादव ने अपने दिल की बात सबके सामने रखी।
पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव के बारे में उन्होंने कहा, ‘हम तो हमेशा से ही उनकी इज्ज़त करते आए हैं, जो लोग उनकी इज्ज़त नहीं करते उन्हें इज्ज़त करनी चाहिए। साथ मिल कर चुनाव लड़ने से जनमानस मे अच्छा प्रभाव पड़ता है, लेकिन इंतजार करते-करते डेढ़ साल गुजर गया है और कितना इंतजार करें।’