पुलिस ने बिना अनुमति के मिलने देने की साफ मनाही कर दी। जबकि तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने पर अड़े रहे।
रांची के रिम्स में भर्ती चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलने पहुंचे उनके छोटे बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पुलिस ने मिलने से रोक दिया है।
इससे यहां काफी देर तक पुलिस से कहासुनी के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। पुलिस ने उन्हें बिना अनुमति के मिलने देने की साफ मनाही कर दी है। इस बीच तेजस्वी लगातार जेल सुपरिंटेंडेंट से अनुमति के बाबत बात करने की कोशिश करते रहे, लेकिन उनका फोन नहीं लग सका।
इस बीच काफी देर तक तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने पर अड़े रहे। तेजस्वी का कहना है कि शनिवार को लालू से मुलाकात का उन्होंने समय ले रखा है। ऐसे में पुलिस लालू से मिलने से उन्हें नहीं रोक सकती।
तेजस्वी यादव ने कहा कि ये सब उनके पिता लालू प्रसाद यादव को मेंटल टार्चर करने के लिए किया जा रहा है। यह सब उपर के इशारे पर साजिश के तहत किया जा रहा है। झारखंड प्रशासन का कोई अधिकारी उनसे बात करने तक को तैयार नहीं है।
इधर लालू प्रसाद के पेइंग वार्ड में मौजूद सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि जेल मैनुअल के हिसाब से शाम 5 बजे तक ही मुलाकातियों की लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने की अनुमति होती है। देर से पहुंचने के कारण तेजस्वी यादव को पिता लालू यादव से मिलने से रोका गया है।
पेइंग वार्ड में तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि समय पार हो जाने के कारण इन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी जा सकती। वहीं तेजस्वी ने कहा कि अनुमति के लिए जेल अधीक्षक से बात करने की कोशिश की जा रही है लेकिन उनका फोन नहीं लग रहा है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि पलामू में वे जनसभा करने गए थे, जहां साजिश के तहत सभास्थल से पांच किमी दूर उनका हेलीपैड बनाया गया था। मौसम खराब होने की वजह से वे रांची देर से पहुंचे।
अब उन्हें समय का हवाला देते हुए अपने पिता से नहीं मिलने दिया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर एक पिता से उसके बेटे को मिलने से कैसे रोका जा सकता है।
अपने समर्थकों से घिरे तेजस्वी बाद में रांची के होटल रेडिशन ब्ल्यू में ठहरने चले गए। एक बार फिर तेजस्वी रविवार को लालू से मिलने की कोशिश करेंगे।
तेजस्वी यादव ने रांची के रिम्स में मीडिया से बातचीत के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पर गंभीर आरोप लगाए।
जेल सुपरिंटेंडेंट के जानबूझकर मोबाइल नहीं उठाने के सवाल पर कहा कि जहां सीबीआइ डायरेक्टर को एक झटके में बदल दिया जाता है, वहां जेलर क्या चीज है। सब कुछ उनके आका के इशारे पर हो रहा है।
बड़े भाई तेज प्रताप यादव के लालू-राबड़ी मोर्चा बनाने के सवाल पर कहा कि इस विषय पर मैं कुछ नहीं बोलूंगा। अभी मैं अपने पिता से मिलने आया हूं, यही मेरी प्राथमिकता है कि बस किसी तरह उनसे भेंट हो जाए।
तेजस्वी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बिहार के विधायक अनंत सिंह के अारोपों पर उन्होंने चुप्पी साध ली है। जेल में रहकर जब अनंत सिंह से नीतीश कुमार खुद बात करते थे, तो फिर मेरे पिता के यहां बार-बार पुलिस की तलाशी क्यों कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि मेरे पिता के साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा है। उनका इलाज, उनकी बीमारी की जांच, एक्सरे, इकोकार्डियोग्राफी आदि को भी प्रभावित किया जा रहा है। हमारे साथ अन्याय हाे रहा है, जिसे जनता देख रही है। जनता मालिक है, वही हिसाब लेगी।
बताया गया कि तेजस्वी यादव झारखंड के पलामू में राजद प्रत्याशी घूरन राम के समर्थन में जनसभा कर रांची लौट रहे थे। घूरन राम के नामांकन दाखिल करने से पूर्व उन्होंने पलामू के गांधी मैदान में महागठबंधन की जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद वे वापस रांची अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने पहुंचे।