मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एससी-एसटी एक्ट को लेकर बड़ा बयान दिया है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले दलित एट्रोसिटी एक्ट पर बयान देकर बीजेपी से नाराज चल रहे सवर्ण वोटरों को साधने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
चौहान ने ट्वीट किया है, ‘एमपी में नहीं होगा एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग, बिना जांच के नहीं होगी गिरफ़्तारी।’
शिवराज सिंह चौहान ने ये बातें बालाघाट दौरे पर कहीं। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर लोगों को भरोसा दिलाया। शिवराज सिंह चौहान चुनावी सीजन में सवर्ण समुदाय के लोगों के गुस्से का शिकार हो रहे हैं।
इससे पहले एक चुनावी सभा के दौरान उनपर चप्पल फेंकी गई थी। चप्पल फेंकने वाला युवक केंद्र सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट को पुराने फॉर्मेट में लाने के चलते नाराज था।
बता दें कि 20 मार्च को सुप्रीम कोर्ट की बैंच ने एक फैसले में एससी/एसटी एक्ट में संशोधन कर इसमें से गैरजमानती का क्लॉज हटा दिया था।
इसके साथ ही ऐसे मामलों की जांच उच्चाधिकारी से कराने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद एक सप्ताह में रिपोर्ट देकर कार्रवाई के आदेश जारी किए गए थे। इसके विरोध में दलितों ने 2 अप्रैल को देशव्यापी भारत बंद बुलाया।
इसके अलावा बीजेपी के दलित सांसदों ने केंद्र सरकार पर इस एक्ट को पुरानी शर्तों के साथ बहाल करने का दवाब डाला। चौतरफा बढ़ते दवाब के चलते केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर इस एक्ट की पुराने नियमों को बहाल कर दिया है। इसके बाद सवर्ण समुदाय इसके विरोध में उतर आया है।
शिवराज सिंह चौहान को अब सवर्णों का विरोध झेलना पड़ रहा है। ऐसे में उन्होंने इस एक्ट में बिना जांच के गिरफ्तारी नहीं होने का ऐलान किया है।