विवेक तिवारी हत्याकांड में सामने आया एक नया सच।

विवेक तिवारी हत्याकांड में सामने आया एक नया सच।

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विवेक हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, घटना स्थल के पास उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ कार्यालय हैं। यह ऑफिस घटनास्थल से महज 150 मीटर ही दूर है।

आईजी रेंज और अन्य पुलिस अफसरों ने मंगलवार को इस ऑफिस से सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि सुबह पुलिस अधिकारी जब इस ऑफिस में फुटेज लेने पहुंचे, उसके पहले ही कुछ लोग ऑफिस में आये थे।

उन लोगों ने रजिस्टर में एंट्री तक नहीं की। ऐसे में सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ की भी आशंका जताई जा रही है। लोग दबे जुबान कहते मिले कि पुलिस की जांच सही दिशा में नही बढ़ रही और जानबूझकर सबूत मिटाए जा रहे हैं।

आपको बता दें कि उप्र राज्य निर्माण सहकारी संघ ऑफिस के सीसीटीवी फुटेज से अहम सबूत मिलने की बात फैलते ही मंगलवार सुबह कुछ अज्ञात लोग वहां पहुंचे थे।

ये लोगों जाते समय वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से छुपते भी नजर आए और ऑफिस के रजिस्टर में एंट्री भी नहीं की। कार से आया एक व्यक्ति छुपने के लिए सीट पर लेट गया।

इस ऑफिस परिसर में ही ऐक्सिस बैंक भी है। यहां एटीएम पर गार्ड रहता है। जांच टीम ने गार्ड से भी अभी तक पूछताछ नहीं की है। सूत्रों के मुताबिक, गार्ड शुक्रवार रात ड्यूटी पर था। उससे पूछताछ में कई अहम सबूत मिल सकते हैं।

पुलिस ने इस ऑफिस के अलावा घटनास्थल के आसपास के एक किमी के दायरे के सभी सीसीटीवी कैमरों की लिस्ट तैयार की है। इसके लिए सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र की ड्यूटी लगाई गई थी। सीओ ने बताया कि सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज विस्तार से देखी जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक – पुलिस को एक फुटेज मिली है, जिसमें इस घटना के बाद एक्सयूवी जाती दिखी है। फुटेज में यह भी दिख रहा है कि दोनों आरोपित सिपाही उसी बाइक से दोबारा वहां पहुंचे, जहां गोली मारी गई थी।

आशंका है कि तभी सारा खेल किया गया। सिपाहियों ने अपनी थ्योरी सही साबित करने के लिए बाइक क्षतिग्रस्त की, लेकिन इसकी दिशा बदलना भूल गए।