प्रधानमंत्री को #MeToo मूवमेंट पर बोलना चाहिए: सुब्रमण्यम स्वामी
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा ‘महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी सुधर गई है। मिनिस्टर है हमारी पार्टी के प्रवक्ता नहीं बोल रहा है… प्रधानमंत्री को इस पर बोलना चाहिए।’
#MeToo मूवमेंट में महिलाओं की शिकायत के बाद पूरे देश में चर्चाएं शुरू हो गई है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कमेटी बनाने की घोषणा की है तो दूसरी तरफ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी #MeToo मूवमेंट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
केंद्रीय मंत्री एम.जे अकबर के बारे में पूछने पर स्वामी ने कहा ‘उनके खिलाफ एक नहीं कई महिलाओं ने आरोप लगाए हैं। मैंने पहले भी मी टू मूवमेंट का समर्थन किया है।
मुझे नहीं लगता कि महिलाएं बहुत समय के बाद बाहर आई हैं तो इसमें कुछ गलत है… पीएम को इस पर बोलना चाहिए।’
आगे उन्होंने कहा ‘मैं इसमें व्यक्तिगत क्या बोल सकता हूं? उन्हें मंत्री बनाया है प्रधानमंत्री ने। इन लोगों को बोलने के लिए मैं क्या बोलूंगा? मीटू का मैं समर्थन करता हूं। इसमें कुछ गलत नहीं है कि ये बहुत समय बाद हुआ।
मैंने भी कई राजनेताओं के खिलाफ आवाज उठाई थी। सारी प्रेस ने कहा था कि तुम पर्सनल हो। मैं पर्सनल चीजों में नहीं जाना चाहता। आज सबने पर्सनल को टेलीविजन लायक बना दिया।’
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा ‘जो भी कंप्लेंट देते हैं उसमें पहले शिकायत नहीं देना का सवाल नहीं होना चाहिए। परिस्थिति बदल गई है। महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी सुधर गई है। मिनिस्टर है हमारी पार्टी के प्रवक्ता नहीं बोल रहा है… प्रधानमंत्री को इस पर बोलना चाहिए।’