हाल ही में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि यह घटना गुड़गांव की है। जहाँ गनर महिपाल यादव (32) छुट्टी नहीं मिलने से तनाव में आकर जज, उनकी पत्नी और बेटी को गोली मारकर हत्या कर दी। घटना शनिवार को गुड़गांव के सेक्टर 49 स्थित आर्केडिया मार्केट में हुई ।
वारदात के बाद आरोपी ने सदर थाने के एसएचओ पर भी गोलियां चलाईं। छुट्टी मांगने पर जज और उनकी पत्नी ने गनर महिपाल को फटकार लगाई थी। यहां के सेक्टर 49 में सुरक्षाकर्मी ने शनिवार को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत शर्मा की पत्नी और बेटे को गोली मार दी थी। रविवार सुबह पत्नी रेणु की इलाज के दौरान मौत हो गई। बेटे ध्रुव की हालत नाजुक बनी हुई है। वारदात के पीछे दो वजहें सामने आ रही हैं।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी गनर महिपाल यादव (32) छुट्टी नहीं मिलने से तनाव में था। गनर का आरोप है कि ईसाई धर्म अपनाने पर जज की पत्नी उसे परेशान करती थी। महिपाल करीब दो साल से जज के साथ बतौर गनर तैनात था। वारदात के बाद उसने जज को तीन कॉल किए। इस दौरान कहा- ‘मैंने तुम्हारी पत्नी-बेटी को गोली मारी है। मेरी मां और लोगों को इसके बारे में बता देना।’
घटना शनिवार को आर्केडिया मार्केट में हुई। तब वहां काफी चहल-पहल थी, लेकिन कोई उन्हें बचाने नहीं आया। रेणु और ध्रुव खरीदारी के लिए मार्केट आए थे। उनके कार से उतरते ही महिपाल ने गोलियां चलाईं। रेणु के सीने और ध्रुव के सिर में गोली लगी थी।
घटना के एक वीडियो में महिपाल झल्लाते हुए जज के बेटे को कार में डालने की कोशिश करता नजर आया। इसमें सफल नहीं होने पर मां-बेटे को घायल छोड़कर फारार हो गया था। उसने वीडियो बना रहे लोगों से कहा- यह शैतान और शैतान की मां है।
बताया जा रहा है कि महिपाल शांत प्रवृत्ति का है, लेकिन करीब आठ महीने पहले उसने ईसाई धर्म अपना लिया। उसके बाद से वह लगातार क्रिश्चियन धर्म का गुणगान और उसकी शक्ति की चर्चा करता था। इस वजह से रेणु के साथ उसकी तकरार हो जाती थी।
महिपाल लॉकअप में भी चिल्लाते हुए कह रहा था कि धर्म परिवर्तन को लेकर जज की पत्नी उसे परेशान करती थी। एक अफसर ने बताया कि गनर कई दिन से घर जाने के लिए छुट्टी मांग रहा था। जज की पत्नी इसके लिए बिल्कुल तैयार नहीं थीं। एक बार तो जज ने भी महिपाल को फटकार लगाई थी। वारदात से पहले भी रेणु ने कार में गनर को डांटा था।
पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद सदर थाने के एसएचओ ने महिपाल को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह गोलियां चलाकर भाग निकला। हालांकि, कुछ देर बाद घेराबंदी कर उसे फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी (पूर्व) सुलोचना गुर्जर ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल महिपाल मानसिक रूप से तनाव में था।