सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित एक पटाखा कारखाना शुक्रवार दोपहर बाद जबर्दस्त विस्फोट के साथ उड़ गया। धमाका इतना तेज था कि कारखाना का लिंटर व बाहर खड़ी एक बाइक उड़ गई, जबकि दीवारों का मलबा कई मीटर दूर तक जा गिरा। दर्दनाक हादसे में आतिशबाज समेत आठ लोगों के चीथड़े उड़ गए।
सभी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि छह लोग गंभीर रूप से झुलसे हैैं। मरने वालों में कारीगर के अलावा पास की दुकान में बैठे लोग और राहगीर भी शामिल हैं। सूचना पर फायर बिग्रेड, पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी पहुंच गए हैं।
घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। पुलिस ने इलाके को पूरी तरह सील कर दिया है। मौके पर कारतूस मिलने की भी बात सामने आ रही है। घटना के बाद से मौके पर भारी भीड़ जुट गई है। हादसा शुक्रवार अपरान्ह करीब चार बजे हुआ।
गांव दौरी नरोत्तमपुर निवासी आतिशबाज संजू (35) का रसूलपुर गांव के पास पटाखे का कारखाना है। दिवाली के चलते भारी मात्रा में आतिशबाजी बनाने का काम चल रहा था। इसी बीच पटाखों के लिए लाए गए बारूद ने पूरा कारखाने के परखच्चे उड़ा दिए।
हादसा कैसे हुआ, स्पष्ट नहीं हो पाया है। अलबत्ता, धमाका इतना जबरदस्त था कि पूरा गोदाम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। ईंटे काफी दूर जाकर गिरीं। विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि कई किलोमीटर तक उसकी आवाज सुनाई दी। धमाके से पूरा इलाका दहल उठा। चीख-पुकार मच गई।
कुछ देर ही में मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। पटाखा गोदाम में धमाका होने की सूचना पुलिस को मिली तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में फायर ब्रिगेड व कई थानों का फोर्स मौके की ओर दौड़ पड़ा।
उधर, मौके पर जुटे लोग घायलों को बाहर निकालने में जुट गए। पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया। सूचना पर डीएम दिनेश कुमार सिंह व एसएसपी अशोक कुमार भी घटनास्थ्ल पर पहुंच गए हैं। हादसे में संजू के अलावा वहां काम करने वाले रसूलपुर गांव निवासी शेर ङ्क्षसह (55), रमेश (30) निवासी गांव हाजीपुर थाना सिविल लाइंस, सतीश (25) निवासी गांव उपरैला थाना अलापुर।
इसके अलावा गोदाम के पास स्थित बाइक मिस्त्री गुड्डू निवासी गांव जमरौली कोतवाली उझानी, उसी की दुकान पर बैठे यामीन (40) निवासी हकीमगंज थाना कोतवली, पन्नालाल निवासी गांव दौरीनरोत्तमपुर की मौत हो गई। जबकि एक अन्य युवक की भी मौत हुई है, उसकी शिनाख्त नहीं हुई है।
हादसे में गंभीर रूप से झुलसा नन्हें (45) निवासी मंडी समिति को जिला अस्पताल से बरेली रेफर किया गया है। जबकि सुनील (32) निवासी नसीरनगर थाना उसहैत, उसका बेटा रोहित (8) भी वहां से गुजरते हुए घायल हो गए। राहगीरों में ककराला के होम्योपैथिक चिकित्सालय में तैनात डॉ. प्रमोद भी जख्मी हुए हैं। साथ ही संजू की साली ईश्वरवती निवासी तिरकुनिया, थाना भमोरा, बरेली भी चपेट में आ गईं।
घटनास्थल के पास से एक खोखा भी मिला है, आशंका जताई जा रही है कि गोदाम में अवैध तरीके से कारतूस की बारूद का उपयोग कर पटाखा बनाए जा रहे थे। फिलहाल, मामले में जांच बैठा दी गई है।डीएम दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि हादसा कैसे हुआ, इसकी जांच की जा रही है। आतिशबाज के पास साल 2016 से पटाखे बनाने का लाइसेंस था। कारतूस के खोखे कहां से आए यह भी जांच का विषय है।