शायद ही आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया हो कि आपके नाखून भी बीमार हो सकते हैं। नाखून कैरटिन से बने होते हैं। यह एक तरह का पोषक तत्व है, जो बालों और त्वचा में होता है।
शरीर में पोषक तत्वों की कमी या बीमारी होने पर कैरटिन की सतह प्रभावित होने लगती है। साथ ही नाखून का रंग भी बदलने लगता है।
यदि नेलपॉलिश का इस्तेमाल किए बिना भी नाखूनों का रंग तेजी से बदल रहा है तो यह शरीर में पनप रहे किसी रोग का संकेत हो सकता है।
या फिर ऐसा भी हो सकता है कि आपको नाखूनों की बीमारी हो गई हो। ऐसे में आपको इस समस्या को अनदेखा नहीं करना चाहिए वरना समस्या गंभीर भी हो सकती है।
स्वास्थ्य का संकेत
हमारे शरीर में नाखून पीछे वाले हिस्से में स्किन के नीचे होता है। नाखून बनने पर यह स्किन के नीचे से ऊपर की ओर निकल कर बढ़ता है। नाखून उंगली के जिस छोर पर जाकर खत्म होता है वह हिस्सा ‘सी मार्जिन ऑफ नेल’ कहलाता है।
शरीर के इस हिस्से से हम खुजलाने का काम लेते है। यह नेल प्लेट जिस जगह पर उंगली की त्वचा से जुडी होती है वहीं स्किन का बहुत ही महीन आवरण होता है यह अंश क्यूटिकल्स कहलाता है।
नाखूनों में किसी भी प्रकार का कोई परिवर्तन हो तो स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो जाना चाहिए। दुनियाभर में हुए कुछ शोधों के अनुसार यह तथ्य प्रमाणित हो चुका है कि विभिन्न बीमारियों में नाखूनों का रंग बदल जाता है। जैसे सफेद रंग के नाखून लीवर से संबंधित बीमारियों जैसे हेपेटाइटिस की खबर देते हैं।
अगर हम ये कहें की नाखून आपके सेहत का हाल बयान करते हैं तो ये गलत नहीं होगा। जानिए नाखूनों से कैसे मिलता है स्वास्थ्य का संकेत।
पीले नाखून
पीले रंग के नाखून जो आकार में मोटे हो और धीरे-धीरे बढ़ते हो, फेफड़े संबंधी बीमारियों के परिचायक होते हैं। साथ ही नाखूनों का पीलापन फंगल इन्फेक्शन और कुछ मामालों में थायरॉयड, सिरोसिस जैसी त्वचा की समस्या जैसे गंभीर रोगों का भी लक्षण हो सकता है। इसके अलावा नाखूनों का पीलापन पीलिया के लक्षण को भी बताता है।
आधे सफेद और आधे गुलाबी नाखून
आधे सफेद और आधे गुलाबी नाखून किडनी से संबंधित बीमारियों का संकेत देते हैं। इसके अलावा यदि आपके नाखूनों की पर्त सफेद है तो यह लक्षण शरीर में खून की कमी (एनीमिया) का लक्षण होता है।
नाखूनों में सफेद धब्बे
कई बार आपने देखा होगा कि आपके नाखूनों में सफेद धब्बे नजर आने लगते हैं। और धीरे-धीरे नाखूनों पर सफेद धब्बे बढ़ने लगते हैं, यह पीलिया या लिवर संबंधी अन्य रोगों की ओर इशारा करते हैं।
कमजोर नाखून
कमजोर या नाजुक नाखून शरीर में कैल्शियम की कमी को दर्शाते हैं। इसके अलावा अगर ये सूखे हो या बहुत जल्दी टूट जाएं, तो यह आपके शरीर में विटामिन ‘सी’, फोलिक एसिड, और प्रोटीन की कमी को दर्शाता है। इसके अलावा आपको थायराइड की समस्या हो सकती है। I
हल्के पीले नाखून या फीके नाखून
नाखूनों का रंग बहुत ज्यादा फीका पड़ना, उसमें हल्का पीलापन दिखना या नाखूनों का बहुत अधिक कमजोर होना अनीमिया यानी खूनी की कमी, कन्जेस्टिव हार्ट फेलियर, लिवर संबंधी रोग के लक्षण हो सकते हैं।
उभारयुक्त नाखून
इस स्थिति में नाखून असाधारण ढंग से ऊपर की और उठ जाता है और उंगली के सिरों के चारों ओर मुड़ जाता है। इस तरह के नाखूनों से आपको किडनी से संबंधित बीमारी हो सकती है। ये विटामिन ए और प्रोटीन की कमी को भी दर्शाते हैं।
भूरे या काले धब्बे
भूरे या काले धब्बे आमतौर पर नाखून के आस-पास की खाल पर फैल जाते हैं। यह एक बड़ा धब्बा या छोटे-छोटे निशान भी हो सकते हैं। इस तरह के धब्बे हाथ और पैर के अंगूठों पर होते हैं। यह धब्बे त्वचा या आंख की रसौली की ओर इशारा करते है।
नाखूनों में नीलापन
कई बार शरीर में ऑक्सीजन का संचार ठीक प्रकार से नहीं होता है जिसके कारण नाखूनों का रंग नीला होने लगता है। नाखूनों को नीला होना फेफड़ों में संक्रमण, निमोनिया या दिल से संबंधित किसी रोग का लक्षण हो सकता है।
यदि आप को किसी नाखून का ऊपरी सिरा फटा दिखाई पडे या नाखून में पीलापन नजर आए या कभी नाखून चम्मच जैसा दिखे, नाखून धंसा नजर आने लगे तो आपको तुंरत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और सलाह लेना चाहिए।
जरूरी नहीं कि यह नाखूनों की ही कोई बीमारी हो, बल्कि ऐसे लक्षण शरीर में बीमारी होने की संभावना का संकेत देते हैं। यह देखा गया है कि नाखूनों से पीलिया, एनीमिया का पता चलता है।
यही नहीं नाखूनों से कुछ बडी बीमारीयों जैसे- फेफडों का कैंसर, दिल की बीमारी व थायराइड की गड़बड़ी आदि का भी पता चलता है।