मामला कुछ इस प्रकार है कि बेंगलुरु के एक प्रबंधन कॉलेज के निदेशक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम की एक फर्जी चिट्ठी शेखी बघारने के लिए Facebook पर पोस्ट करना बेहद भारी पड़ गया।
आरोपी निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज होने के 1 साल बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि आरोपी हरि कृष्ण मारम 1 साल से अमेरिका में था और इसी महीने बेंगलुरु लौटा था। उसकी उम्र तकरीबन 45 से 50 साल के बीच में हैं।
दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने उसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। इतना ही नहीं राष्ट्रपति के प्रेस सचिव ने पिछले साल इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद सागर प्रकोष्ठ के उपनिरीक्षक भानु प्रताप ने इस मामले की गहराई से जांच भी की।
जान से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि मारम में राष्ट्रपति से मिले प्रशंसा पत्र की एक कथित तस्वीर पोस्ट कर दावा किया था कि डिजिटल मार्केटिंग पर उसने जो किताब लिखी है। उसके लिए उसे सराहना मिली है।
वहीं इस मामले पर विशेष रूप से जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि पत्र फर्जी था और मारम ने शेखी बघारने तथा किताब को चर्चा में लाने के लिए पत्र पोस्ट किया था।
मामला दर्ज होने के वक्त मारम अमेरिका में था और उससे संपर्क किया गया लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुआ। आरोपी बेंगलुरू में एक प्रबंधन स्कूल चलाता है और उसने एमबीए और बीफार्मा कर रखा है। उसे गुरूवार को शहर की अदालत में पेश किया गया। जहाँ से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।