भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह को दिया कानूनी नोटिस।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह को दिया कानूनी नोटिस।

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह इन दिनों कोलकाता में होने वाले चुनावों को लेकर आयोजित रैलियों में व्यस्त हैं। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि बीजेपी की आवाज जनता तक न पहुंचे इसलिए सरकार ने बंगाली चैनलों को भी बंद करा दिया।

बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह को कानूनी नोटिस भेजा है। यह नोटिस 11 अगस्‍त को कोलकाता में आयोजित रैली में अपमानजनक बयान और कटाक्ष के बाद भेजा गया है।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रमुख अध्यक्ष अमित शाह ने रैली में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा था कि ‘यहां 65 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है।

टीएमसी मानती है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या करके बच जाएंगे तो कम्युनिस्टों का शासन याद कर लो ममता दीदी। हत्या करनेवालों को गद्दी छोड़नी पड़ती है।

वोट नहीं डालने दिया गया, पर्चा नहीं डालने दिया गया फिर भी सात हजार सीटों पर भारतीय जनता पार्टी विजयी रही है। विकास की हिस्सेदारी बंगाल की 25 फीसदी से तीन फीसदी हो गई है।’

11 अगस्‍त को भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने कोलकाता में आयोजित रैली में बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाया था। शाह ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए ममता बनर्जी का वोटबैंक हैं इसीलिए टीएमसी एनआरसी का विरोध कर रही है।

अमित शाह ने कहा था कि जब से ममता बनर्जी की सरकार आई है, नारदा, शारदा, रोजवैली घोटाले सामने आए हैं। बीजेपी की सरकार बनने के बाद ही यहां से भ्रष्टाचार खत्म किया जा सकेगा।

टीएमसी के शासन में बम बनाने के कारखाने खुलते जा रहे हैं। अगर बंगाल को आगे बढ़ना है तो बीजेपी की सरकार यहां बननी चाहती है।

मोदीजी का भेजा रुपया भतीजे और सिंडिकेट की भेंट चढ़ गया
उन्होंने रैली के दौरान जनता से पूछा, ‘बंगाल के गांव के नागरिकों के पास रुपया पहुंचा है क्या, मोदीजी ने जो रुपया भेजा है वह भतीजे और सिंडिकट की भेंट चढ़ गया है।’