बच्चे अक्सर बीमार पड़ते हैं क्योंकि उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक कक्षमता बहुत कमजोर होती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी हमारे शरीर को हानिकारक संक्रमण, वायरस और रोगों से बचाने वाली क्षमता है। ये क्षमता इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा तंत्र के कारण घटती-बढ़ती है।
5 साल की उम्र से बड़े बच्चे आमतौर पर खेलने-9और कैल्शियम भी मिल जाता है।
विटामिन डी वाले आहार
विटामिन डी युक्त आहार हमारे लिए बहुत जरूरी है। इसका सेवन करने से रोगों से लड़ने की शक्ति बनी रहे। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में भी बेहद कारगर है। इसके अलावा दिल को स्वस्थ बनाने के लिए विटामन डी बहुत जरूरी है।
प्रोटीन वाले आहार
अगर आप अक्सर बीमारियों की चपेट में रहते हैं, तो आपको अपना प्रोटीन का स्तर जरूर बढ़ाना चाहिए। प्रोटीन वह तत्व होता है जिससे एंटीबॉडीज बनते हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आपके शरीर में प्रोटीन का उतना स्तर मौजूद हो जितना आपके इम्यून सिस्टम की कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक है। दालें, अंडे, मांस, डेरी उत्पाद, सोया, मछली आदि प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।
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खट्टे फलों का सेवन
खट्टे फल जैसे कि संतरी, मौसंबी, नींबू, आंवला आदि विटामिन सी से भरपूर होते हैं। हमारे शरीर में विटामिन सी की भूमिका एक संरक्षक की होती है। यह पोषक तत्व फ्री रेडिकल्स से हमारी कोशिकाओं का बचाव करता है व हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, जिसके कारण सर्दी, खांसी व अन्य तरह के इन्फेक्शन होने का खतरा कम होता है। इसलिए सर्दियों में खट्टे फलों का सेवन जरूर करें।
लहसुन
यह एक लोकप्रिय सुपर-फूड है, जो आमतौर पर हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने में कारगार है। इसमें एंटी-बैक्टीरिया और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो बहुत सारे बैक्टीरिया और रोगाणुओं से लड़ने में मदद करते हैं।