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Covid – 19 : जानें क्या होता है ‘Long Covid’, सीधा करता है ऑर्गन पर हमला, पहचाने इसके लक्षण

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Covid – 19 : जानें क्या होता है ‘Long Covid’, सीधा करता है ऑर्गन पर हमला, पहचाने इसके लक्षण
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Dated : 14 Dec 2020 (IST)

Long Covid Symptoms: कोरोनावायरस को लेकर आए दिन वैज्ञानिक नए-नए खुलासे कर रहे हैं। हाल ही में कोरोना को लेकर एक और बड़ा नाम सामने आ रहा है ‘लॉन्ग कोविड’। लॉन्ग कोविड मतलब लंबे समय तक किसी व्यक्ति के कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित होना। लंबे समय से कोविड-19 के शिकार लोगों पर मानसिक रूप से बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है। यह कई हफ्तों तक रह सकता है और रोगी की रिकवरी को भी प्रभावित करता है।

हाल में सामने आई एक स्टडी में पता चला कि लगातार रहने वाले लक्षण के कारण सांस लेने, दिमाग, दिल और इसकी प्रणाली, गुर्दे, आंत और त्वचा पर बुरा असर पड़ सकता है। 

कोविड-19 और लॉन्ग कोविड में अंतर-
कोरोना संक्रमित को थकान बहुत जल्दी होती है। ऐसे लोगों के लिए आराम करना बेहद जरूरी है क्योंकि एक बार थक जाने के बाद शरीर दोबारा तुरंत राहत महसूस नहीं करता है। वहीं लॉन्ग कोविड के शिकार लोगों के अक्सर शरीर में दर्द , मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द की शिकायत रहेगी। लॉन्ग कोविड का सबसे ज्यादा खतरा ऑर्गन पर पड़ता है। एक सर्वे के अनुसार लॉन्ग कोविड की वजह से आंत, किडनी, फेफड़े और दिल को काफी नुकसान पहुंच सकता है। लॉन्ग कोविड धीरे- धीरे इन महत्वूर्णों अंगों को निशाना बनाता है।

लॉन्ग कोविड के चार मुख्य लक्षण- 

-फेफड़ों और दिल को नुकसान

-पोस्ट इंटेनसिव केयर सिंड्रोम
-पोस्ट वायरल फटीग सिंड्रोम
-लगातार रहने वाले कोविड-19 से जुड़े लक्षण

कोरोनावायरस के मरीजों के खून में ‘ऑटोएंटीबॉडी’ की संख्या अधिक होती है जो शरीर की कोरोना से लड़ने वाली एंटीबॉडीज को अवरुद्ध करके व्यक्ति के मस्तिष्क, रक्त वाहिकाओं और यकृत सहित कई क्षेत्रों पर हमला करते हैं। शायद यही वजह है कि कोरोना संक्रमित कुछ रोगियों में लंबे समय तक थकान, सांस फूलना और मस्तिष्क से समस्याओं जैसे कई लक्षण दिखाई देते हैं। 

येल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 30 स्वस्थ कर्मचारियों के साथ 194 अस्पताल के कर्मचारियों और कोविड के रोगियों के रक्त में मौजूद ‘ऑटोएंटिबॉडी’ की संख्या की जांच की। अपनी इस रिसर्च में उन्होंने पाया कि गैर-संक्रमित लोगों में वायरस वाले लोगों की तुलना में बहुत कम ऑटोएंटीबॉडी थे।

जिसके बाद वैज्ञानिकों को यह डर सताने लगा कि इस ‘ऑटोएंटिबॉडी’ के नकारात्मक प्रभाव की वजह से ही कोविड के लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं। हालांकि इस स्टडी से यह भी साफ हो गया कि लंबे समय तक लॉन्ग कोविड के लक्षण सभी रोगियों में नहीं दिखाई देते। दो सप्ताह की अवधि तक बीमार रहने वाले लोगों में ही लॉन्ग कोविड के लक्षण मौजूद होते हैं।