नॉर्मल Blood Sugar Level क्या है? जानिए खाली पेट और खाना खाने के बाद कितना होना चाहिए शुगर
Blood Sugar Level : डायबिटीज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें शरीर में ब्लड शुगर (Blood Sugar) का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है। इस बीमारी को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है, ताकि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचा जा सके।
Blood Sugar Level : डायबिटीज मुख्यतः दो प्रकार की होती है: टाइप 1 और टाइप 2। इसके अलावा, एक अवस्था होती है जिसे प्री-डायबिटीज कहा जाता है, जिसमें व्यक्ति का शुगर स्तर (Blood Sugar Level) सामान्य से अधिक होता है, लेकिन डायबिटीज (Diabetes) के स्तर तक नहीं पहुंचता।
शुगर लेवल की जांच: तीन महत्वपूर्ण कैटेगरी Sugar level test: Three important categories
ब्लड शुगर स्तर (Blood Sugar Level) की जांच के तीन महत्वपूर्ण तरीके होते हैं:
- फास्टिंग ब्लड शुगर (Fasting Blood Sugar – FBS): इसे सुबह खाली पेट मापा जाता है।
- पोस्टप्रांडियल ब्लड शुगर (Postprandial Blood Sugar – PPBS): इसे खाने के 2 घंटे बाद मापा जाता है।
- HbA1c टेस्ट: यह पिछले 2-3 महीनों के औसत शुगर स्तर को मापता है।
सामान्य ब्लड शुगर स्तर: क्या है स्वस्थ्य मानक? Normal blood sugar level: What is the healthy standard?
डॉक्टरों के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति खाली पेट शुगर स्तर चेक करता है और उसका शुगर स्तर 100 mg/dL से कम है, तो यह सामान्य माना जाएगा। यह स्वस्थ्य ब्लड शुगर स्तर (Blood Sugar Level) है जिसे बनाए रखना जरूरी है।
प्री-डायबिटिक शुगर स्तर: चेतावनी का संकेत Pre-diabetic sugar level: A warning sign
प्री-डायबिटीज (Pre-diabetic) की अवस्था में व्यक्ति का शुगर स्तर सामान्य से अधिक होता है, लेकिन डायबिटीज के स्तर तक नहीं पहुंचता। अगर खाली पेट शुगर स्तर 100-125 mg/dL के बीच होता है, तो व्यक्ति को प्री-डायबिटिक (Pre-diabetic) माना जाता है। यह एक चेतावनी का संकेत है कि व्यक्ति को अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की आवश्यकता है।
डायबिटिक शुगर स्तर: गंभीरता को समझें Diabetic Sugar Levels: Understand the Seriousness
डायबिटीज की अवस्था में शुगर स्तर 126 mg/dL या उससे अधिक होता है। एक अन्य तरीका डायबिटीज में ब्लड शुगर स्तर की जांच करने का यह है कि मरीज को 75 ग्राम ग्लूकोज दिया जाता है और 2 घंटे बाद शुगर स्तर मापा जाता है। इस परीक्षण में, अगर शुगर स्तर 200 mg/dL से अधिक होता है, तो व्यक्ति को डायबिटीज की श्रेणी में रखा जाता है।
स्वास्थ्य की दिशा में अगला कदम
डायबिटीज से बचाव और नियंत्रण के लिए ब्लड शुगर स्तर की नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आवश्यक है। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और समय पर दवाओं का सेवन डायबिटीज को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है। अगर आपको प्री-डायबिटीज या डायबिटीज का खतरा है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लेना और नियमित जांच कराना न भूलें।